Rajasthan Political Crisis: गहलोत बोले, जनता अगर राजभवन घेर ले तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी

Rajasthan Political Crisis अशोक गहलोत ने राज्यपाल से कहा कि आप अंतरआत्मा की आवाज से फैसला करें नहीं तो जनता अगर राजभवन का घेराव कर ले तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Jul 2020 08:31 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jul 2020 08:31 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: गहलोत बोले, जनता अगर राजभवन घेर ले तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी
Rajasthan Political Crisis: गहलोत बोले, जनता अगर राजभवन घेर ले तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Political Crisis: विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को काफी उत्तेजित हो गए। राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा सत्र बुलाने की अनुमति नहीं देने पर गहलोत ने कहा कि आप अंतरआत्मा की आवाज से फैसला करें नहीं तो जनता अगर राजभवन का घेराव कर ले तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। हालांकि जब गहलोत के इस बयान पर भाजपा ने उन्हें घेरा तो बाद में सफाई देते हुए उन्होंने कहा मेरी भाषा धमकाने वाली नहीं है, ये तो राजनीतिक भाषा होती है। राजभवन में स्व.भैरोंसिंह शेखावत भी धरने पर बैठे थे,नये भाजपा नेताओं को यह बात पता नहीं है।

पहले दिन में दिल्ली रोड स्थित फेयरमाउंट होटल और फिर शाम को राजभवन के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए गहलोत ने केंद्र सरकार, भाजपा के साथ राज्यपाल को भी घेरा। उन्होंने कहा कि उम्मीद है संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल अपना कर्तव्य निभाएंगे। उन पर ऊपर का दबाव है, लेकिन उम्मीद है वो दबाव में नहीं आएंगे। राजस्थान में उल्टी गंगा बह रही है। सत्ता पक्ष सत्र बुलाने की मांग कर रहा है, पर ऐसा नहीं किया जा रहा। यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि गुरुवार रात को मैं मिलकर गया तो उम्मीद थी राज्यपाल आदेश जारी कर देंगे, लेकिन शुक्रवार दोपहर तक इंतजार किया, राजभवन से कोई जवाब नहीं आया। राज्यपाल से टेलीफोन पर भी बात की और कहा कि हम सोमवार को सत्र बुलाना चाहते हैं, लेकिन वो मजबूरी में फैसला नहीं कर पा रहे।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार गिराने की परंपरा नहीं रही। उन्होंने कहा कि पूरा देश और प्रदेश देखेगा कि किस तरह का दबाव पड़ रहा है। किन कारणों से सत्र नहीं बुला रहे हैं। गहलोत बोले कि मैं बार-बार कह रहा हूं कि मेरे पास बहुमत है। हमारे कुछ लोगों को भाजपा के लोगों ने बंधक बनाकर रखा है, वे हमारे साथी हैं। वे रो रहे हैं। टेलीफोन कर रहे हैं कि हमें यहां से छुड़ाओ। गहलोत ने कहा कि यह पूरा खेल। साजिश है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश के बाद वे राजस्थान में यही करना चाहते हैं। जनता हमारे साथ है। इनकम टैक्स, ईडी के सीबीआइ के छापे डाले जा रहे हैं। ऐसे नंगा नाच कभी देखा नहीं है देश के अंदर। कांग्रेस प्रवक्त रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लोकतंत्र का चीरहरण जारी है।

परिवहन मंत्री बोले, याचना नहीं रण होगा

प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब याचना नहीं रण होगा। राजभवन का कर्तव्य होता है कि वो संविधान का सम्मान करे, यदि राजभवन तानाशाही करता है तो याद रहे जनता लाखों की संख्या में राजभवन को घेर लेगी। वहीं, चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना के भय के कारण यदि विधानसभा सत्र नहीं बुलाया जा रहा तो हम सभी 200 विधायकों का टेस्ट करा लेंगे। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने ट्वीट किया-सत्य,जनता व संख्या हमारे साथ है। भाजपा द्वारा लोकतंत्र की हत्या के प्रयासों के खिलाफ हमारी इंसाफ की मांग जारी रहेगी, सत्यमेव जयते।

कांग्रेस जिला मुख्यालयों पर धरने देगी

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि शनिवार को सभी जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस कार्यकर्ता धरना देंगे। उन्होंने कहा कि यह धरना गहलोत सरकार गिराने की भाजपा की साजिश के खिलाफ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर धरने ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर तक दिए जाएंगे। 

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