Coronavirus: राजस्थान के हर गांव और मोहल्ले में रखी जाएगी बाहर से आने वालों पर नजर

Coronavirus राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि राजस्थान में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन का कड़ाई से पालन करना होगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 01 May 2020 05:55 PM (IST) Updated:Fri, 01 May 2020 05:55 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान के हर गांव और मोहल्ले में रखी जाएगी बाहर से आने वालों पर नजर
Coronavirus: राजस्थान के हर गांव और मोहल्ले में रखी जाएगी बाहर से आने वालों पर नजर

जयपुर, मनीष गोधा। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान प्रवासी श्रमिकों के अलावा बाहर से आने वालों पर नजर रखने और इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को देने के लिए राजस्थान में हर गांव और मोहल्ले में प्रशासन के खबरी बनाए जाएंगे। सरकार ने पटवारियों से कहा कि हर गांव में ऐसा सूचना तंत्र विकसित करें कि गांव में जो भी बाहर का व्यक्ति आए, उसके बारे में उसे तुरंत सूूचना मिले और यह सूचना उपर तहसीलदार या उपखंड अधिकारी तक जानी चाहिए, ताकि बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन किया जा सके। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि राजस्थान में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन का कड़ाई से पालन करना होगा। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

दरअसल, राजस्थान में प्रवासी श्रमिकों का आना शुरू हो गया है और बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासी श्रमिक राजस्थान पहुंच रहे हैं। सरकारी आकड़ों के अनुसार 30 अप्रैल तक 8287 प्रवासी श्रमिक राजस्थान आ चुके थे। वहीं, करीब आठ लाख से ज्यादा पंजीयन करा चुके हैं। ये श्रमिक मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा राज्यों से आए थे। एक मई को भी श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी रहा, लेकिन श्रमिकों के साथ ही बड़ी संख्या में दूसरे लोग भी गांवों में पहुंच रहे हैं। ये अपने निजी साधनों से आ रहे हैं। कोई पास बनवा कर आ रहे हैं तो कोई बिना पास ही मुख्य सड़क को छोड़ कर अलग-अलग रास्तों से अपने गांव पहुंच रहे है।

सरकार की असली चिंता ये चोरी छुपे आने वाले लोग ही बने हुए है, क्योंकि प्रवासी श्रमिकों को तो सरकार खुद अपने साधन से ला रही है और इन का पूरा रिकाॅर्ड सरकार के पास है। इन्हें गांव में प्रवेश से पहले 14 क्वारंटाइन किए जाने का प्रबंध भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिला कलक्टरों को इस बारे में विस्तृत दिशानिदेश भी दिए हैं कि प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटाइन किए जाने की पूरी व्यवस्था की जाए, लेकिन जो लोग अन्य तरीकों से आ रहे है, उनका कोई रिकाॅर्ड सरकार के पास नहीं रहता है। राजस्थान के कई जिलों में इसी तरह बिना जानकारी आए लोगों ने संक्रमण फैलाने में अहम भूमिका निभाई है। इनमें तब्लीगी जमात के लोग भी शामिल थे और अन्य लोग भी। राजस्थान के झुंझुनूं, जोधपुर, राजधानी जयपुर, टोंक सहित हाॅटस्पाॅट वाले कई जिलों में गांवों तक यह संक्रमण ऐसे ही लोगों के कारण पहुंचा है।

अब चूंकि लाॅकडाउन मे रियायत का समय आ रहा है और उम्मीद की जा रही है कि सोमवार से कई जिलों खासतौर पर ग्रीन जोन वाले जिलों में लाॅकडाउन खुल सकता है तो बाहर से आने वाले लोागें की संख्या बढ़ने की संभावना है। सरकार इन्हीं लोगों पर पूरी निगरानी रखना चाहती है, ताकि समय पर सूचना मिले और इन्हें क्वारंटाइन किया सके। इसी को देखते हुए राजस्थान के गृह विभाग ने हर गांव में प्रशासन का पुख्ता सूचना तंत्र विकसित करने के आदेश दिए है।

गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप की ओर से जारी इस आदेश में कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर मोहल्लों और गांवों में ऐसा सूचना तंत्र विकसित किया जाए कि जो भी व्यक्ति नया आया हो, उसकी सूचना तुरंत प्रशासन को मिले ताकि उस व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जा सके। आदेश में इस व्यवस्था के लिए पटवारी को जिम्मेदार बनाया गया है और उसकी सहायता के लिए बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। शहरों मे यह काम बीएलओ के माध्यम से कराया जा रहा है। इसके साथ ही जिलों की सीमाओं पर बनी चेकपोस्ट पर भी हर आने वाले व्यक्ति का पूरा नाम पता रखने के निर्देश दिए गए है।

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