Rajasthan Weather: राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
Rajasthan Weather राजस्थान में अगले दो घंटों के दौरान नागर देग झुंझुनू मेहंदीपुर बालाजी बयाना के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होने संभावना है।
जयपुर, एएनआइ। Rajasthan Weather Update: राजस्थान में अगले दो घंटों के दौरान नागर, देग, झुंझुनू, मेहंदीपुर बालाजी, बयाना और भरतपुर के आस-पास के क्षेत्रों में भारी की बारिश होने की संभावना है। शुक्रवार को यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विज्ञान विभाग ने दी। राजस्थान में इस साल मानूसन के दौरान सामान्य बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के 33 में से 17 जिलों में सामान्य बारिश हुई, इनमें भी जयपुर, बांसवाड़ा व डूंगरपुर में अधिक बारिश हुई। प्रदेश के 742 बांधों में से 119 बांध पूरी तरह से लबालब हो गए। इनमें से 22 बांध 83.84 फीसदी भरे हुए हैं। वहीं 390 बांध आंशिक रूप से भरे हैं, लेकिन 223 बांध अभी खाली है।
राज्य के जल संसाधन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे राज्य में 1 जून से 5 सितंबर तक 474.37 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो औसत बारिश (463.67 मिमी) से 2.30 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल इस अवधि में औसत से 6.94 प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी। 9 जिलों में अधिक बारिश (20 प्रतिशत से 59 प्रतिशत) और 6 जिलों में कम बारिश (-20 प्रतिशत से -59 प्रतिशत) व एक जिले में असामान्य बारिश (60 प्रतिशत या अधिक) दर्ज की गई। पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर जिला मुख्य रूप से रेगिस्तानी क्षेत्र है, पर इस मौसम की सबसे अधिक बारिश यहीं हुई है। गंगानगर जिले में इस साल 31 प्रतिशत की कमी के साथ सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। जैसलमेर एकमात्र ऐसा जिला है, जहां इस वर्ष असामान्य बारिश हुई है यहां हुई 272.83 मिमी बारिश औसत वर्षा की तुलना में 87.9 प्रतिशत अधिक है।
जोधपुर संभाग को छोड़कर जहां अधिक बारिश दर्ज की गई है शेष छह संभागों अजमेर, कोटा, जयपुर, बीकानेर, उदयपुर और भरतपुर में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। अजमेर, बांरा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, दौसा, हनुमानगढ़, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, पाली, प्रतापगढ़, सवाईमाधोपुर, सीकर और सिरोही में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। बांसवाड़ा, बाड़मेर, चूरू, डूंगरपुर, जालौर, जोधपुर, नागौर, राजसमंद और उदयपुर में अधिक बारिश दर्ज की गई है जबकि अलवर, बूंदी, धौलपुर, गंगानगर, कोटा और टोंक में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। इस साल राज्य में एक भी जिला ऐसा नहीं है जहां बहुत कम (औसत से 60 प्रतिशत या उससे कम) बारिश हुई हो।