Rajasthan Local Body Elections 2019: गुलाबचंद कटारिया बोले, संगठन में साबित करनी होगी अहमियत

Gulab Chand Kataria. गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी निभानी होगी।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 11 Nov 2019 07:51 PM (IST)
Rajasthan Local Body Elections 2019: गुलाबचंद कटारिया बोले, संगठन में साबित करनी होगी अहमियत
Rajasthan Local Body Elections 2019: गुलाबचंद कटारिया बोले, संगठन में साबित करनी होगी अहमियत

उदयपुर, जेएनएन। Gulab Chand Kataria. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा के दिग्गज नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहना है कि नगर निकाय चुनावों में संगठन में काम करने वाले पदाधिकारियों को अपनी अहमियत साबित करनी होगी। यानी जो पदाधिकारी अपने अधीनस्थ क्षेत्र के पार्टी उम्मीदवार को जिताकर लाएगा, उसी की संगठन में जगह बनेगी। यानी जिसके क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवार की हार होगी तो जिम्मेदार संगठन पदाधिकारी को भी खामियाजा भुगतना होगा। इसी क्रम में कटारिया ने उदयपुर की सत्तर निकायों के लिए पैंतीस पदाधिकारियों को दो-दो वार्डों का जिम्मा सौंपा है।

कटारिया ने कहा कि भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी निभानी होगी। इस काम में कोई छोटा-बड़ा नहीं, बल्कि सभी को दो-दो वार्डोंं की जिम्मेदारी दी गई है। जो पार्टी प्रत्याशियों की जीत में अहम भूमिका निभाएगा उसका सम्मान सुनिश्चित है, लेकिन जो पूरी कर्मठता से काम नहीं करेगा तो उसे बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। यानी हार की स्थिति में संगठन के पदाधिकारी से उसे हटाया जा सकेगा।

इसी क्रम में कटारिया ने उदयपुर नगर निगम के लिए मेयर चंद्रसिंह कोठारी, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली सहित भाजपा के समस्त जिला पदाधिकारी, शहरी इकाई तथा भाजयुमो के पदाधिकारियों को दो-दो

वार्डों की जिम्मेदारी सौंपी है। इस तरह भाजपा ने शहर के सभी 70 वार्डों के लिए पैंतीस पदाधिकारियों की टीम गठित कर उनको जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेसी जनता के हिमायती नहीं, वंशवादी हैं

नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि कांग्रेस जनता के हिमायती नहीं हो सकते। ये सभी वंशवादी के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र में नेहरू से चला वंशवाद राहुल और प्रियंका गांधी तक जारी है। इसी प्रकार उदयपुर में वंशवाद के अलावा कोई नयी सोच नहीं हैं। उन्होंने उदयपुर ग्रामीण से विधायक रहे स्व. खेमराज कटारा के परिवार का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि खेमराज राज्य में मंत्री रहे। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी सज्जनदेवी जो विधायक भी रहीं और जिला प्रमुख, बाद में उनका बेटा विवेक और अब उनकी पुत्रवधू, यह सब वंशवाद ही तो है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या जनता के हिमायती में उनके पास और कोई परिवार नहीं? 

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