Priest Murder Case: पुजारी हत्याकांड पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने चिंता जताई, सीएम अशोक गहलोत से की बात

Priest Murder Case राज्यपाल ने करौली जिले के बूकना गांव पुजारी को जिंदा जलाने और बाड़मेर में नाबालिग से दुष्कर्म सहित प्रदेश की कानून व व्यवस्था के बारे में चर्चा की। राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री इन घटनाओं पर चिंता जताई।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 10 Oct 2020 04:11 PM (IST) Updated:Sat, 10 Oct 2020 04:11 PM (IST)
Priest Murder Case: पुजारी हत्याकांड पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने चिंता जताई, सीएम अशोक गहलोत से की बात
राज्यपाल कलराज मिश्र ने पुजारी हत्याकांड पर चिंता जताई।

जागरण संवाददाता, जयपुर। Priest Murder Case: राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रदेश में हो रहे अपराधों पर फोन कर चर्चा की। इस दौरान राज्यपाल ने करौली जिले के बूकना गांव पुजारी को जिंदा जलाने और बाड़मेर में नाबालिग से दुष्कर्म सहित प्रदेश की कानून व व्यवस्था के बारे में चर्चा की। राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री इन घटनाओं पर चिंता जताई। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को बताया कि इन सभी घटनाओं का राज्य सरकार ने संज्ञान में ले लिया है। घटनाओं की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी घटनाओं पर पूरी जांच के साथ कार्रवाई की जाएगी। राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की कानून व व्यवस्था पर उनकी पूरी नजर है। अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिए हैं।

उधर, इस मामले को लेकर सत्तारूढ़ अशोक गहलोत सरकार विपक्षी दल भाजपा के निशाने पर है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री गहलोत पर टारगेट करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस के पास गृह मंत्री बनाए जाने लायक कोई योग्य व्यक्ति नहीं है। एक बयान में पूनिया ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि प्रदेश में पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं है। उन्होंने कहा कि पुजारी पर सरेआम पेट्रोल डालकर जिंदा जलाना लचर कानून व्यवस्था को दर्शाता है। इससे साफ होता है कि अपराधियों में कानून का भय नहीं है। पूनिया द्वारा गठित भाजपा की तीन सदस्यीय टीम शनिवार दोपहर बाद बूकना गांव पहुंची। टीम में शामिल भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर, सांसद रामचरण बोहरा व जितेंद्र मीणा ने मृतक पुजारी के परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत की।

बोहरा ने कहा कि मृतक के परिजनों व स्थानीय लोगों से हुई बातचीत से साफ लग रहा है कि इस प्रकरण में पटवारी, उपखंड अधिकारी व पुलिस थाना अधिकारी की गलती रही है। वे यदि समय रहते ही इस मामले का निपटारा कर देते तो पुजारी की मौत नहीं होती। पुजारी की मौत पर राजस्थान सर्व ब्राहम्ण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने नाराजगी जताते हुए सरकार से मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद देने की मांग की है। विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच और प्रदेश अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय बूकना गांव पहुंचे और पुजारी के परिवार को तत्काल सहायता के रूप में दो लाख रुपये नकद दिए गए। विप्र फाउंडेशन ने सरकार से भी तत्काल पैकेज घोषित करने की मांग रखी। 

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