Child Bride: दो साल की उम्र में बनी बालिका वधु, 18 साल बाद बाल विवाह बंधन से हुई मुक्त

Child Bride मात्र दो साल की उम्र में वह बालिका वधु बनी नींबू 18 साल बाद गुरुवार को बाल विवाह बंधन से मुक्त हो गई। विवाह बंधन से मुक्त हुई नींबू पुलिस अधिकारी बनकर खुद का जीवन संवारना चाहती है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 24 Dec 2020 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 24 Dec 2020 07:12 PM (IST)
Child Bride: दो साल की उम्र में बनी बालिका वधु, 18 साल बाद बाल विवाह बंधन से हुई मुक्त
दो साल की उम्र में बनी बालिका वधु,18 साल बाद बाल विवाह बंधन से हुई मुक्त। फाइल फोटो

जयपुर/जोधपुर, जेएनएन। Child Bride: राजस्थान के जोधपुर में मात्र दो साल की उम्र में बालिका वधु बनी नींबू 18 साल बाद गुरुवार को बाल विवाह बंधन से मुक्त हो गई। विवाह बंधन से मुक्त हुई नींबू पुलिस अधिकारी बनकर खुद का जीवन संवारना चाहती है। नींबू ने सामाजिक संस्था सारथी ट्रस्ट की पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ. कृति भारती की मदद से करीब एक साल तक अपना बाल विवाह निरस्त करने का कोर्ट में केस लड़ा। आखिरकार जोधपुर के पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश महेंद्र कुमार सिंघल ने नींबू के बाल विवाह को निरस्त करने के आदेश दिया। जोधपुर जिले के चिमाणा गांव निवासी नींबू का मई, 2002 में बीकानेर के एक युवक से बाल विवाह हुआ था। बाल विवाह के समय उसकी उम्र मात्र दो साल थी। बड़ी होने पर उसने बाल विवाह अस्वीकार कर दिया।

ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई करने के दौरान उस पर ससुराल जाने को लेकर बहुत दबाव आया, परिजन नाराज भी हुए, लेकिन उसने बाल विवाह मानने से इनकार कर दिया। वह पढ़कर पुलिस अफसर बनने की जिद पर अड़ी रही। इसी दौरान उसने सारथी ट्रस्ट द्वारा जबरन कराए गए बाल विवाह को निरस्त कराने में सहयोग देने की बात अखबार में पढ़ी। इस पर उसने अपने भाई के सहयोग से डॉ. कृति भारती से संपर्क किया। भारती के सहयोग से जोधपुर पारिवारिक न्यायालय में बाल विवाह निरस्त कराने को लेकर वाद दायर किया। न्यायालय में भारती ने नींबू की तरफ से आयु, विवाह सहित अन्य दस्तावेज पेश किए।

इस पर जस्टिस सिंघल ने बाल विवाह निरस्त करने का आदेश दिया। बालिका वधु नींबू के धन्यवाद देने पर जस्टिस जैन ने कहा कि बाल विवाह की कुप्रथा को खत्म करना सभी की जिम्मेदारी है। उल्लेखनीय है कि सारथी ट्रस्ट ने देश का पहला बाल विवाह निरस्त कराया था। ट्रस्ट अब तक 41 जोड़ों के बाल विवाह निरस्त करा चुका है। वहीं, करीब 1400 से अधिक बाल विवाह रुकवाएं हैं। भारती ने साल,2015 में दो बाल विवाह निरस्त करा कर वर्ल्ड रिकॉडर्स इंडिया और लिंबा बुक ऑफ रिकॉड में नाम दर्ज कराया है। सीबीएसइ ने भी कक्षा 11 के पाठ्यक्रम में सारथी की मुहिम को शामिल किया ।

जानें, किसने क्या कहा

मेरा 2 साल की उम्र में ही बाल विवाह करवा दिया गया था। मेरा बाल विवाह अब कृति दीदी की मदद से निरस्त हो गया है। मैं अब पढ लिखकर पुलिस अधिकारी बनना चाहती हूं। 

- नींबू, बाल विवाह पीड़िता।

नींबू व परिजन समाज के दबाव में काफी तनाव की स्थिति में थी। अब न्यायालय से बाल विवाह निरस्त होने के बाद नींबू के बेहतर पुनर्वास के प्रयास किए जा रहे हैं।

-डाॅ.कृति भारती, मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक, सारथी ट्रस्ट, जोधपुर। 

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