जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में रानी पद्मनी पर होगी चर्चा

पांच दिवसीय फेस्टिवल में हिन्दी भाषा का प्रतिनिधत्व करने वाले 30 से अधिक लेखक,15 अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओं के 50 से अधिक वक्ता शामिल होंगे ।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 23 Jan 2018 03:58 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jan 2018 03:58 PM (IST)
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में रानी पद्मनी पर होगी चर्चा
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में रानी पद्मनी पर होगी चर्चा

जयपुर, [जागरण संवाददाता]। साहित्य के महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में इस बार पद्मावती की छाया देखने को मिलेगी। एक और तो फेस्टिवल के आयोजकों ने एक सत्र में रानी पद्मनी को लेकर एक बुंक लॉंच करने एवं उनके जीवन व मृत्यु से जुड़ी घटनाओं पर चर्चा रखी है।

वहीं करणी सेना सहित अन्य राजपूत संगठनों ने पद्मावत की रिलीज करने की अनुमति देने वाले फिल्म सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी एवं जावेद अख्तर का विरोध करने की चेतावनी दी है। ये दोनों ही फेस्टिवल के वक्ताओं की सूची में शामिल है। करणी सेना ने दोनों की जूते-चप्पलों से पीटाई करने की चेतावनी दी है । 25 से 29 जनवरी तक जयपुर के डिग्गी पैलेस होटल में आयोजित होने वाले लिटरेचर फेस्टिवल रानी पद्मनी के जीवन पर साहित्यकार मृदुला बिहारी और स्वाति चौपड़ा चर्चा करेंगे। फेस्टिवल के दौरान एक सत्र मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सभ्यता को लेकर होगा,वहीं एक सत्र भारत की वास्तुकला, भूजल संरक्षण प्रणाली पर होगा। इस सत्र में साहित्यकार अमन नाथ,जैन-नेबुउर और विक्टोरिया लॉमैन की रीमा हूजा के साथ बातचीत होगी। राजपूतों की कथा,कला और हथियार को लेकर होने वाले सत्र में अमीन जाफर,बी.एन.गोस्वामी और रॉबर्ट एलगुड के साथ विलियम डेलरिम्पल चर्चा करेंगे। अरावली पहाड़यिों की रक्षा के साथ ही देश की वर्तमान हालत पर भी एक सत्र होगा।फेस्टिवल के आयोजकों के अनुसार पांच दिवसीय फेस्टिवल में हिन्दी भाषा का प्रतिनिधत्व करने वाले 30 से अधिक लेखक,15 अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओं के 50 से अधिक वक्ता शामिल होंगे । 

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