राजस्‍थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने दी हड़ताल की चेतावनी, जानें क्‍या है पूरा मामला

राजस्थान में पड़ोसी राज्यों से डीजल की काफी तस्करी की जा रही है। यहां हरियाणा गुजरात और उत्तरप्रदेश से आने वाले डीजल को बायोडीजल और उद्योगों में काम आने वाले फ्यूल के नाम से बेचा जा रहा है। पेट्रोल पंप संचालकों ने 10 अप्रैल को हड़ताल की चेतावनी दी है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 12:46 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 12:50 PM (IST)
राजस्‍थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने दी हड़ताल की चेतावनी, जानें क्‍या है पूरा मामला
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंप बंद होने के हालात में आ गए।

जयपुर, जागरण संवाददाता। पड़ोसी राज्यों में सस्ता होने के कारण राजस्थान में डीजल की काफी तस्करी हो रही है। इस कारण राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंप बंद होने के हालात में आ गए। पड़ोसी राज्यों हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश से आने वाले डीजल को बायोडीजल और उद्योगों में काम आने वाले फ्यूल के नाम से बेचा जा रहा है। डीजल की तस्करी बढ़ने से राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालक और आम आदमी परेशान है। 

 इनका कहना है कि तस्करी का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में यहां से सस्ता डीजल होना है । इन राज्यों के मुकाबले वैट ज्यादा होने से यहां डीजल की दर अधिक है। जानकारी के अनुसार पिछले एक साल में तस्करी का 22 लाख लीटर डीजल लाकर यहां बेचा गया है। इससे स्थानीय पेट्रोल पंप संचालकों को काफी नुकसान हुआ, वहीं सरकार के राजस्व में भी कमी आई। पट्रोल पंप संचालकों ने डीजल की बढ़ती तस्करी को लेकर राज्य सरकार के साथ ही पेट्रोलियम कंपनियों को भी शिकायत की है। संचालकों ने वैट कम करने के साथ ही बायोडीजल और उधोगों में काम आने वाले डीजल के नाम से बेचे जा रहे पदार्थ की जांच कराए जाने की मांग की है । 

 इनका कहना है कि ग्रामीण इलाकों में दुकानदार तस्करी का डीजल लाकर ड्रमों में भरते हैं और फिर ट्रेक्टर,मिनी ट्रक और अन्य छोटे वाहन चालकों को बेचते हैं । गांवों में ही सस्ती दर पर डीजल मिलने के कारण जरूरतमंद पेट्रोल पंपों तक नहीं पहुंचते,जिससे उन्हे आर्थिक नुकसान होता है । पेट्रोलिय डीलर्स संगठन के सुनीत बगई और सत्येंद्र कुमार का कहना है कि पड़ोसी राज्यों में वैट कम होने के कारण वहां पेट्रोल व डीजल 8 से 9 रूपए प्रति लीटर सस्ता है। यहां पेट्रोल पर वैट 36 व डीजल पर 26 फीसदी है। 

 उल्लेखनीय है कि प्रदेश भरतपुर, धौलपुर में उत्तर प्रदेश के आगरा व मथुरा से और हरियाणा से अलवर, झुंझुनूं, चूरू में तस्करी का डीजल लाया जा रहा है। इसी तरह सिरोही, बांसवाड़ा, डूंगरपुर में गुजरात से लाया गया डीजल चोरी-छिपे गांवों में बेचा जा रहा है । प्रदेश में वैट कम करने को लेकर पेट्रोल पंप संचालक कई बार अशोक गहलोत सरकार से मांग कर चुके हैं । अब 10 अप्रैल को हड़ताल की चेतावनी दी गई है।

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