जयपुर बम ब्लास्ट में भटकल को जल्द हो फांसी
मुंबई धमाके के आरोपी याकूब मेनन की फांसी के बाद अब जयपुर बम ब्लास्ट के पीडि़तों को भी उम्मीद है कि आतंकवादी यासीन भटकल को भी जल्द ही फांसी होगी। जयपुर में 13 मई 2008 को सात जगह सीरियल बम ब्लास्ट किए गए थे, जिनमें 67 लोग मारे गए थे।
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। मुंबई धमाके के आरोपी याकूब मेनन की फांसी के बाद अब जयपुर बम ब्लास्ट के पीडि़तों को भी उम्मीद है कि आतंकवादी यासीन भटकल को भी जल्द ही फांसी होगी। जयपुर में 13 मई 2008 को सात जगह सीरियल बम ब्लास्ट किए गए थे, जिनमें 67 लोग मारे गए थे। इसके बाद मामले में पकड़ा गया आतंकवादी यासीन भटकल फिलहाल हैदराबाद जेल में बंद है और उस पर जयपुर ब्लास्ट से पहले भी कई स्थानों पर आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने के केस चल रहे है। जयपुर में चांदपोल से लेकर सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर तक सात सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इसमें मारे गए लोगों के परिजनों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। वे चाहते हैं, जयपुर ब्लास्ट के जितने भी गुनहगार मिलें, उन्हें भी याकूब मेनन की तरह फांसी के तख्ते पर लटकाया जाना चाहिए।
अपने एक पोते और पोती को जयपुर ब्लास्ट में खाने वाले उमेश डंगायच का कहना है कि उन्हें सरकार ओर न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है। जैसे याकूब को फांसी के तख्ते पर पहुंचाया गया है, वैसे ही भटकल समेत तमाम गुनहगारों को फांसी तक ले जाया जाएगा। ब्लास्ट में अपने पिता को खोने वाली शीतल की गमगीन आंखों में अब उम्मीदों की चमक स्पष्टï दिखाई देती है। शीतल कहती हैं, मेरे पिता चले गए, जयपुर के बहुत से लोग आतंकी हमले का शिकार हो गए, लेकिन जिस दिन उन गुनहगारों को फांसी होगी, उसी दिन चैन आएगा।
उल्लेखनीय है कि इंडियन मुजाहिद्दीन ने जयपुर धमाकों की खुद जिम्मेदारी ली थी और कोतवाली पुलिस थाने के बाहर रखे बम के सबूत का वीडियो भी जारी किया था। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस ने बम धमाकों में 11 को आरोपी माना, लेकिन पुलिस उन तक पहुंच पाती इससे पहले ही बेंगलुरू, दिल्ली और मुंबई में भी आतंकियों ने धमाकों को अंजाम दे दिया। लंबा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस 11 में से केवल 4 आरोपियों को पकड़ सकी है। दो आतंकी बाटला हाउस मुठभेड़ में मारे जा चुके शेष बचे पांच आतंकियों की राजस्थान पुलिस की नहीं बल्कि पूरी देश की जांच एजेंसियों को तलाश है। यासीन भटकल हैदराबाद जेल में बंद है।