राजस्थान में पुलिस की छवि को सुधारेंगे 30 हजार विद्यार्थी, चलेगी स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना

पुलिस की छवि सुधारने के लिए एक हजार स्कूलों को चिहि्नत कर इनमें पढ़ने वाले 30 हजार विद्यार्थियों का स्टूडेंट पुलिस केडेट के रूप में चयन किया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 22 Jul 2019 02:01 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jul 2019 02:01 PM (IST)
राजस्थान में पुलिस की छवि को सुधारेंगे 30 हजार विद्यार्थी, चलेगी स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना
राजस्थान में पुलिस की छवि को सुधारेंगे 30 हजार विद्यार्थी, चलेगी स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में पुलिस की छवि सुधारने को लेकर गृह विभाग और पुलिस महानिदेशालय ने एक योजना तैयार की है। आम लोगों में पुलिस के भय की बनी धारणा को दूर करने और पुलिस की छवि सुधारने के लिए एक हजार स्कूलों को चिहि्नत कर इनमें पढ़ने वाले 30 हजार विद्यार्थियों का स्टूडेंट पुलिस केडेट के रूप में चयन किया है। यह स्टूडेंट पुलिस केडेट पुलिस और आम लोगों के बीच सेतु का काम करेंगे।

इसी के तहत दो दिन पहले पुलिस की कम्युनिटी पुलिससिंग विंग की ओर से जयपुर स्थित पुलिस अकादमी परिसर में स्टूडेंट पुलिस केडेट को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षा विभाग और पुलिस के अफसरों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में प्रदेश भर की चिहि्नत की गई 1000 स्कूलों से आए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नरसिम्हा राव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रानू शर्मा ने योजना को लागू किए की जानकारी दी।

सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूकता:

स्टूडेंट पुलिस केडेट कार्यक्रम के अंतर्गत समाज में पुलिस की अपराध नियंत्रण एवं रोकथाम, आंतरिक सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था में भूमिका, पुलिस की कार्यप्रणाली, सड़क एवं यातायात जागरूकता, पुलिस के सामाजिक उत्तरदायित्व एवं नागरिकों का समााज एवं पुलिस के प्रति उत्तरदायित्व के संबंध में चयनित स्टूडेंट पुलिस केडेट को प्रशिक्षण दिया जाएगा । इस कार्यक्रम के तहत कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, दहेज प्रथा, बाल मजदूरी जैसी सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूकता पैदा करने का कार्य किया जाएगा।

स्टूडेंट पुलिस केडेट के लिए चयनित किए गए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के लिए यह कार्यक्रम पुलिस एवं शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से अब जिला स्तर पर संचालित किया जाएगा। यह योजना दो वर्ष की अवधि के लिए कक्षा आठ से प्रारंभ होगी। इस योजना के प्रथम वर्ष में कक्षा आठ के विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और आगामी वर्ष में इन्हीं केडेटस को कक्षा 9 में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक पुलिस थाना क्षेत्र में एक स्कूल का चयन किया गया है।

स्कूल में थानाधिकारी व स्टाफ चयनित स्टूडेंट को प्रशिक्षण देने में अहम भूमिका निभाएंगे राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक स्कूल के चयनित स्टूडेंट को प्रशिक्षण देने के लिए बजट स्वीकृत किया है ।  

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