Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 2675 नए मामले और 19 की मौत

Coronavirus राजस्थान में अब तक दो लाख 62 हजार 805 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 2274 लोगों की कुल मौत हुई है। स्वस्थ होने पर शनिवार को 2178 लोगों को अस्पतालों से घर भेजा गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:38 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 06:38 PM (IST)
Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 2675 नए मामले और 19 की मौत
राजस्थान में कोरोना के 2675 नए मामले और 19 की मौत। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus: राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 2675 नए मामले मिले और 19 लोगों की मौत हो गई है। अब तक दो लाख 62 हजार 805 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 2274 लोगों की कुल मौत हुई है। स्वस्थ होने पर शनिवार को 2178 लोगों को अस्पतालों से घर भेजा गया है। अब तक दो लाख 31 हजार 780 रोगी अस्पतालों में स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव केसों की संख्या 28,751 है। इधर, राज्य सरकार ने कोरोना टेस्ट की दर 1200 से घटाकर 800 रुपये कर दी है। अब निजी अस्पतालों व लैब में 800 रुपये में कोरोना का आरटी पीसीआर टेस्ट हो सकेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिकित्सा संबंधी लोकापर्ण कार्यक्रम में बताया कि कोरोना जांच निजी अस्पतालों व लैब में कम दर पर कराई जा सकेगी।

उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में आरटी पीसीआर टेस्ट की कीमत और कम की जाएगी। सबसे पहले चार हजार में टेस्ट होता था। फिर सरकार ने 2200 रुपये करवाए। जिसे कम कर 1200 रुपये किया गया। अब 800 रुपये में तय किया है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में मार्च से कोरोना रोगियों का उपचार किया जा रहा है। देश में राजस्थान और तमिलनाडु दो राज्य हैं, जहां 100 फीसद टेस्ट आरटी पीसीआर से हो रहे हैं। यह दुनिया का सबसे अधिक विश्वसनीय टेस्ट माना जाता है। इसमें पॉजिटिव आने वाले 100 फीसद होते हैं। दिल्ली सहित अन्य राज्यों में जो एंटीजन टेस्ट हो रहे हैं, उनमें 30 प्रतिशत से अधिक के आंकड़े गलत आते हैं, जिसके बाद आरटी पीसीआर टेस्ट कराए जाते हैं।

राज्य सरकार की मेडिकल टीम ने टेस्टिंग में पाया कि चीन से आए अधिकांश किट फर्जी हैं, जिसके बाद केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया। विश्वसनीय मानकर राज्य सरकार ने पीसीआर टेस्ट को प्राथमिकता दी। गहलोत ने कहा कि कोरोना मरीजों को राहत देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का काम शुरू किया गया है। ऑनलाइन लोकापर्ण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी व चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने भी अपनी बात कही। उधर, सरकार ने संक्रमण पर काबू करने के लिए तय किया है कि सरकारी दफ्तरों में 25 फीसद सरकारी कर्मचारी सप्ताह में दो दिन वर्क फ्रॉम होम करेंगे। यह फैसला उन दफ्तरों में लागू होगा, जहां 100 से अधिक कर्मचारी है। विभागाध्यक्ष तय करेंगे कि कौन से कर्मचारी को किस दिन बुलाना है।

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