देश में तीन से छह हाथियों की रोजाना मौत : मेनका

By Edited By: Publish:Mon, 15 Sep 2014 05:13 AM (IST) Updated:Mon, 15 Sep 2014 02:07 AM (IST)
देश में तीन से छह हाथियों की रोजाना मौत : मेनका

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि हिंदूस्तान में रोजाना तीन से छह हाथी मर रहे है। जिस तरह से सर्कस और जू में हाथी पूरी तरह से बैन हो चुके हैं। वैसे ही मंदिरों से हाथी बैन किए जाने चाहिए। मेनका गांधी आज जयपुर में आयोजित इंडिया फॉर एनीमल्स-2014 इंटरनेशनल कॉफ्रेंस को संबोधित कर रही थी।

मेनका गांधी ने कहा कि एनिमल वेलफेयर कॉर्पोरेट्स की सीएसआर एक्टीविटीज का हिस्सा बन चुका है। कॉर्पोरेट्स को एलिफेंट रेस्क्यू की पहल करनी चाहिए। एक हाथी पर पचास हजार प्रतिमाह का खर्च आता है। कॉर्पोरेट्स को हाथियों को अडोप्ट करना चाहिए। बारह साल पहले राजस्थान में हाथियों की दुर्दशा सुधारने के लिए हाथी गांव बनाने के लिए ग्रांट दी थी। जयपुर में हाथी गांव तो बन गया, लेकिन अभी तक हाथियों की दुर्दशा नहीं सुधर पा रही है।

पशुवध के प्रति गुस्सा जाहिर करते हुए मेनका ने कहा कि पशुवध से आने वाला पैसा आतंकवाद के काम आ रहा है। मिडिल ईस्ट में हिंदूस्तान के दूधारू पशुओं की मांग सबसे ज्यादा है। इन देशों में सप्लाई के लिए हमारे देश में सबसे ज्यादा पशुओं का वध किया जा रहा है। यह बहुत ही शर्मनाक है।

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