कोरोना ने किया बर्बाद, नहीं मिला शरबत का स्वाद

जागरण संवाददाता तरनतारन मई और जून का महीना गर्मी और तपस वाला होता है। श्री गुरु अर्जुन देव जी क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 05:32 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 05:32 PM (IST)
कोरोना ने किया बर्बाद, नहीं मिला शरबत का स्वाद
कोरोना ने किया बर्बाद, नहीं मिला शरबत का स्वाद

जागरण संवाददाता, तरनतारन : मई और जून का महीना गर्मी और तपस वाला होता है। श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी पर्व के मौके इन दिनों ठंडे-मीठे जल की छबील लगाई जाती है, परंतु इस बार कोरोना का कहर इतना भारी रहा कि ठंडे मीठे जल की छबीलें नहीं लग पाई। न तो पहले की तरह चीनी बिकी और न ही शरबत की बोतलें। ऐसे में करियाना का व्यापार भी काफी प्रभावित रहा।

जिले में करियाना की 250 के करीब दुकानें है। यहां पर चीनी का कारोबार मोटे तौर पर होता है। गर्मी के सीजन में उक्त दुकानदार शरबत भी बेचते हैं। 80 से 100 रुपये में बिकने वाली शरबत की बोतल में से इन दुकानदारों को 12 से 25 रुपये तक मुनाफा होता है। जबकि चीनी 38 से 42 रुपये किलो बिकती है। गर्मी के मौसम के दौरान चीनी कम बिकने कारण दुकानदारों के गल्ले में पहले की तरह हरियाली नहीं आई।

सीजन में बिकती थी 25 लाख की चीनी

करियाना व्यापारी करण चावला का कहना है कि शहीदी पर्व के मौके लगने वाली छबील के दौरान पूरे जिले में 25 लाख की चीनी बिकती थी, जो इस बार नहीं बिकी। आने वाले दिनों में निर्जला एकादशी पर्व भी सिर पर है, परंतु कोरोना वायरस के मद्देनजर इस पर्व पर भी चीनी कम ही बिकेगी। टैंट हाउस का कारोबार भी हुआ ठप

टैंट हाउस के मालिक बलबीर सिंह सीटा कहते है कि जिले में 80 के करीब टैंट हाउस है। अप्रैल माह में नवरात्र पर्व कोरोना की भेंट चढ़ा है। मई माह में भी विवाह शादियां और अन्य पर्व होते हैं। जून माह में बड़े स्तर पर श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी पर्व और निर्जला एकादशी मनाई जाती है, परंतु इस बार ये कारोबार बुरी तरह से ठप रहे। लगातार लगे लॉकडाउन के कारण न तो कोई धार्मिक कार्यक्रम हो पाया और न ही किसी घरेलू प्रोग्राम के लिए टैंट लगे। इस बार डीजे पर भी नहीं बजी धुन

डीजे का कारोबार करने वाले अशोक शर्मा का कहना है कि एक माह के दौरान प्रत्येक डीजे मालिक का डेढ़ लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। कोरोना के मद्देनजर इस बार डीजे नहीं बज पाया। विवाह-शादी हो या कोई अन्य प्रोग्राम डीजे के बिना सभी कार्यक्रम अधूरे लगते है। यहां तक कि जब सरकारी कर्मी जब सेवानिवृत्ति होता है तो डीजे पर धूम मचाई जाती है। मैरिज पैलेस में छाया सन्नाटा

पैलेस मालिक गगनदीप सिंह का कहना है कि विवाह शादी से लेकर पार्टियों का सारा काम तीसरे माह भी ठप है। एक माह के दौरान दस लाख से अधिक का घाटा सहन करना पड़ा है। कोरोना वायरस के मद्देनजर तरनतारन जिले के करीब 75 मैरिज पैलेस व रिजोर्ट तीसरे माह भी बंद हैं। रिजोर्ट की बात करें तो एक फंक्शन के बदले ढाई से चार लाख रुपये लिए जाते हैं।

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