इंटर-कास्ट मैरिज करवाने वालों को पांच वर्ष से नहीं मिला सरकार का आशीर्वाद

विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। राजनीतिक पार्टियां बड़ी-बड़ी लुभावनी योजनाओं का एलान कर रही हैं लेकिन यह एलान केवल वोट बटोरने तक ही सीमित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:38 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:38 AM (IST)
इंटर-कास्ट मैरिज करवाने वालों को पांच वर्ष से नहीं मिला सरकार का आशीर्वाद
इंटर-कास्ट मैरिज करवाने वालों को पांच वर्ष से नहीं मिला सरकार का आशीर्वाद

मनदीप कुमार, संगरूर

विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। राजनीतिक पार्टियां बड़ी-बड़ी लुभावनी योजनाओं का एलान कर रही हैं, लेकिन यह एलान केवल वोट बटोरने तक ही सीमित हैं। ऐसी ही एक योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी दफ्तरों में भटक रहे हैं। अंतर जातियां (इंटर-कास्ट) विवाह करवाने पर दंपती को सरकार की तरफ से 50 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की योजना आरंभ की गई थी, लेकिन अफसोस है कि पिछले पांच वर्ष से संगरूर जिले के लाभार्थी सरकार की इस राशि का इंतजार करते-करते थक चुके हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री खुद को आम आदमी होने व लोगों को लोक भलाई स्कीमों का लाभ पहल के आधार पर मुहैया करवाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन असलियस इससे कोसों दूर है।

जिला संगरूर में ऐसे करीब 150 दंपती हैं, जिन्हें वर्ष 2016 के बाद से उक्त स्कीम का लाभ नहीं मिला है। दंपती जोड़े दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं, कितु सरकार की कुंभकरणी नींद अभी तक नहीं खुली है। लिहाजा लाभार्थी भी अब निराश होकर बैठ गए हैं।

उल्लेखनीय है कि जिला संगरूर से दो सौ से अधिक लाभार्थियों ने वर्ष 2016 से अब तक अंतर जाति शादी करवाने के उपरांत सरकार की उक्त योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन दिए हैं। कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान जिला संगरूर के 50 लाभार्थियों को ही अब तक राशि मुहैया करवाई है, जबकि 150 दंपती जोड़ों को अभी तक भी लाभ नहीं मिला। कुछ वर्ष लाभार्थी दफ्तरों के चक्कर काटते रहे, लेकिन बार-बार दफ्तर के अधिकारियों से राशि नहीं आई का जवाब मिलने के कारण अब लाभार्थी चुप होकर घरों पर बैठ गए हैं। दंपती जोड़ों के बच्चे भी स्कूल जाने लगे हैं, लेकिन लाभार्थियों को सरकार का आशीर्वाद प्राप्त नहीं हुआ है। --------------

इंतजार में गुजरे पांच वर्ष

संगरूर के सरबजीत सिंह ने बताया कि उसने वर्ष 2015 में रामदासिया सिख लड़की से शादी करवाई थी। मार्च 2016 के दौरान उसने उक्त योजना के तहत अर्जी दफ्तर में जमा करवाई थी। वर्ष 2017 के दौरान सत्तापरिवर्तन उपरांत कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभाली, लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला। वह दस हजार रुपये मासिक तनख्वाह पर नौकरी करता है और उनके पास पांच वर्ष की बेटी भी है। सरकार की योजना का लाभ केवल दावों तक ही सीमित है। --------------------

जल्द प्रदान करें राशि सुरजीत सिंह निवासी मूनक ने बताया कि उसने वर्ष 2016 दौरान उक्त योजना का लाभ लेने के लिए अपनी फाइल जमा करवाई थी। उस समय जल्द ही योजना का लाभ मिलने का भरोसा अधिकारियों ने दिलाया था, लेकिन वर्ष दर वर्ष राशि का इंतजार करते हुए पांच वर्ष का समय गुजर गया है और अब राशि मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी है। कई बार दफ्तरों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन हर बार केवल खोखला भरोसा ही मिल पाता है, जिससे वह बेहद आहत हैं। 50 रुपये की राशि उनके परिवार के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है।

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न जाने कब मिलेगा लाभ

सुनाम के धीरज कुमार ने बताया कि वर्ष 2014 में उनसे अंतर जाति लड़की से विवाह करवाया था। बाद में उन्हें योजना के बारे में पता चला तो उसने 2016 में योजना का लाभ लेने के लिए अपने दस्तावेज विभाग के पास जमा करवाएं। तीस हजार रुपये नकद व बीस हजार रुपये की राशि की एफडी करके सरकार ने इस योजना का लाभ देना था, लेकिन वर्ष 2021 के अंत तक भी इस योजना का लाभ नहीं मिला है। साढ़े तीन वर्ष का बेटा हो चुका है। न जाने कब सरकार इस योजना का लाभ प्रदान करेगी। इंतजार करके वह थक चुके हैं व अब दफ्तर में राशि का पता करने भी नहीं जाते हैं।

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सरकार दिखाएं गंभीरता ऐसे ही दंपती जगसीर सिंह निवासी छाजली, संदीप सिंह निवासी संगरूर, अमीत निवासी संगरूर भी है, जो सरकार की योजना का लाभ लेने के लिए वर्षों से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 से पहले मात्र पच्चीस हजार रुपये राशि दी जाती थी, जिसके बाद राशि का लाभ दोगुणा करते हुए पचास हजार रुपये कर दिया, लेकिन लाभार्थियों को यह राशि समय पर जारी नहीं की जा रही। दंपति जोड़ों के विवाह को कई-कई वर्ष बीत जाने के बाद भी लाभ नहीं मिला है। सरकार को गंभीरता दिखाते हुए तुरंत राशि जारी करने चाहिए, ताकि इसका लाभार्थियों को समय पर लाभ मिल सके। कांग्रेस सरकार इस योजना का लाभार्थियों को लाभ प्रदान करने में पूरी तरह असफल रही है। ---------------- राशि आते ही लाभार्थियों को करेंगे जारी

जिला भलाई अफसर गुरिदर सिंह धालीवाल ने बताया कि समय-समय पर सरकार द्वारा लाभार्थियों के लिए राशि जारी की जाती है, जिसके तहत करीब 50 लाभार्थियों को राशि प्रदान की जा चुकी है। 150 के करीब केसों में राशि आनी अभी बाकी है। जैसे ही राशि आएगी, लाभार्थियों को जारी कर दी जाएगी।

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