रजबाहे का पानी निकासी नाले में पहुंचा

कचेहरी चौक रेलवे फाटक ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण शुरू होने से ही जहां लोगों को कछुआ चाल से चल रहे निर्माण कार्य के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं यह परेशानियां प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आरओबी के अधूरे निर्माण के चलते लोगों को ड्रेन के खुले व टूटे ढक्कन में गिर घायल होना, बीच सड़क लगे पेड़ के कारण जानलेवा हादसे, यातायात प्रभावित से लेकर अन्य मुश्किलों के कारण बरनाला का विकास लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। इन सभी मुश्किलों का समाधान अभी लटक ही रहा था, कि रजवाहे का पानी ड्रेन में जाने के कारण दुकानदारों के लिए नया संकट पैदा हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Dec 2018 05:18 PM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 05:18 PM (IST)
रजबाहे का पानी निकासी नाले में पहुंचा
रजबाहे का पानी निकासी नाले में पहुंचा

संवाद सहयोग, बरनाला : कचहरी चौक रेलवे फाटक ओवरब्रिज का निर्माण कार्य धीमी गति से चलने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जो कि प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

आरओबी के अधूरे निर्माण के चलते लोगों को ड्रेन के खुले व टूटे ढक्कन में गिर कर घायल होना, बीच सड़क लगे पेड़ के कारण जानलेवा हादसे, यातायात प्रभावित से लेकर अन्य मुश्किलों के कारण बरनाला का विकास लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। इन सभी मुश्किलों का समाधान अभी लटक ही रहा था कि रजबाहे का पानी ड्रेन में जाने के कारण दुकानदारों के लिए नया संकट पैदा हो गया। इस अवसर पर कचेहरी चौक के दुकानदार सुभाष कुमार, साहिल कुमार, रोहित गोयल, महेंद्र गोयल सहित अन्य दुकानदारों ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि रजवाहे में विगत दो दिन पहले पानी छोड़ा गया है, लेकिन रजवाहा टूटा होने के कारण उसका पानी ड्रेन में आने से ड्रेन उनकी दुकान तक बंद के कारण ओवरफ्लो हो रही है, जिस कारण पानी उनकी दुकानों में आने का खतरा बना हुआ है, उन्होने कहा कि पीडब्ल्यूडी व ओवरब्रिज निर्माण कर रही कंपनी को उक्त समस्या का समाधान करना चाहिए, ताकि उन्हे कोई परेशानी न आए।

इस संबंध में ओवरब्रिज निर्माण कर रही कंपनी के इंजीनियर गगनदीप ¨सह ने कहा कि रजवाहे की लाइनमेंट टूटने के कारण पानी ड्रेन में घूस रहा है, जो उनका काम नहीं बल्कि पीडब्ल्यूडी विभाग का है।

पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई विजय कुमार ने कहा कि यह काम उनका नहीं है व उनका काम तो केवल पेड़ पौधों, सफाई से लेकर अन्य काम है, इसकी रिपेयर का काम आरई का होता है।

पीडब्ल्यूडी के आरई एकिल सिन्हा ने कहा कि उनके द्वारा रात भी दौरा किया गया है व दिन में भी किया गया है। उनके द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजर को उक्त मामले में कार्रवाई के लिए बोला गया है व जल्द ही समाधान किया जाएगा।

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