तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने किया धरना- प्रदर्शन

देशभर में डीजल व पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने स्थानीय महाराजा रणजीत ¨सह बाग में जहां केंद्र सरकार के खिलाफ धरना दिया , वहीं शहर अंदर रोष मार्च निकालते हुए डीसी गुरनीत तेज को देश के प्रधानमंत्री के नाम का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। धरने का नेतृत्व करते जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय शर्मा ¨टकू ने कहा कि अच्छे दिन आने का दम भरते हुए चार साल पहले सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार ने अपनी घटिया नीतियों के आधार पर देश वासियों की कमर को तोड़ कर रख दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 May 2018 10:06 PM (IST) Updated:Thu, 31 May 2018 10:06 PM (IST)
तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने किया धरना-  प्रदर्शन
तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने किया धरना- प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, रूपनगर

देशभर में डीजल व पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कांग्रेसियों ने स्थानीय महाराजा रणजीत ¨सह बाग में जहां केंद्र सरकार के खिलाफ धरना दिया , वहीं शहर अंदर रोष मार्च निकालते हुए डीसी गुरनीत तेज को देश के प्रधानमंत्री के नाम का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। धरने का नेतृत्व करते जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय शर्मा ¨टकू ने कहा कि अच्छे दिन आने का दम भरते हुए चार साल पहले सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार ने अपनी घटिया नीतियों के आधार पर देश वासियों की कमर को तोड़ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि देश के अंदर हर दिन डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते मंहगाई भी सातवें आसमान पर पहुंच चुकी है लेकिन अच्छे दिन लाने का दम भरने वाले प्रधानमंत्री बढ़ती कीमतों को कम करने का समाधान करने की बजाय विदेशी दौरों में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि 31 मई 2012 वाले दिन भाजपा ने तेल की बढ़ती कीमतों के विरोध में भारत बंद की कॉल दी थी, जबकि उन दिनों अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 104.09 प्रति बैरल होने के बावजूद डॉ. मनमोहन ¨सह की सरकार द्वारा डीजल 40.91 रुपये तथा पेट्रोल 73.18 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से उपलब्ध करवाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि आज कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 30 से 40 रुपये प्रति बैरल हो चुकी हैं , जबकि डीजल व पेट्रोल की कीमतों में हर दिन बढ़ोतरी होती जा रही है। इस मौके बोलते एआइसीसी के पूर्व मेंबर रमेश गोयल ने कहा कि 2012 में तेल की बढ़ी कीमतों पर कांग्रेस को कोसने वाली भाजपा आज तेल की बढ़ती कीमतों पर चुप क्यों है, जबकि केंद्र में सरकार भाजपा की है व प्रधानमंत्री भी भाजपा के ही हैं, जो अच्छे दिन लाने का दम भरते हैं। उन्होंने कहा कि 2014 से लेकर 2018 तक चार साल के दौरान तेल पर 9 बार एक्साइज डयूटी में बढ़ोतरी की गई। गोयल ने कहा कि देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार है व केंद्र सरकार चाहे तो खुद एक्साइड डयूटी को खत्म या कम करते हुए अन्य राज्य को भी ऐसा करने को कह सकती है जिससे तेल की कीमतें कम हो सकती हैं, लेकिन केंद्र सरकार ऐसा शायद करना ही नहीं चाहती जिसका खामियाजा 2019 के चुनाव में भाजपा को भुगतना होगा। इस मौके पूर्व विधायक भाग ¨सह तथा पूर्व जिलाध्यक्ष अमरजीत ¨सह सैनी ने भी विचार रखे। इस मौके ओबीसी प्रकोष्ठ के चेयरमैन गु¨रदर पाल ¨सह, कांग्रेस के प्रदेश सचिव व पार्षद पोमी सोनी, जैलदार सत¨वदर ¨सह चैड़ियां, शहरी विकास प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला महासचिव जगदीश काजला, राजेश्वर लाली, प्रेम ¨सह, शिव दयाल, लखवंत ¨सह, जगनदन ¨सह, सुच्चा ¨सह, धर्म पाल, करम ¨सह, दर्शन ¨सह, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष किरण सोनी, शीला नारंग, वंदना सैनी, बलजीत ¨सह, सोनू वोहरा, सु¨रदर सैणी, करनैल ¨सह, हरपाल ¨सह, संजय वर्मा, लाभ ¨सह, विजय सैणी, रू¨पदर ¨सह, पाल चंद, न¨रदर चौधरी, सेवा ¨सह, मनमोहन ¨सह, बल¨वदर ¨सह, गुरप्रीत ¨सह, देव राज, गौतम टोनी, खुशहाल ¨सह, एमपी जैन आदि विशेष रूप से हाजिर थे।

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