पावरकाम के कर्मचारियों ने टीकाकरण करवाकर दिया जागरूकता का संदेश

नंगल के विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 लगवाने वालों में उत्साह बरकरार है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:38 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:38 PM (IST)
पावरकाम के कर्मचारियों ने टीकाकरण करवाकर दिया जागरूकता का संदेश
पावरकाम के कर्मचारियों ने टीकाकरण करवाकर दिया जागरूकता का संदेश

जागरण संवाददाता, नंगल: नंगल के विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 लगवाने वालों में उत्साह बरकरार है। शहर के बीबीएमबी अस्पताल में वीरवार को पावरकाम के कर्मचारियों ने जागरूकता दिखाते हुए टीका लगवाया। इस दौरान बीबीएमबी के हरियाणा एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत ने पहली डोज का टीका लगवाते हुए वैक्सीन लगाने वाले स्टाफ के हौसले को सराहनीय बताया। पावरकाम के एसडीओ इंजी. सुखविंदर सिंह ने भी वैक्सीन लगवाते हुए सभी को टीका लगवाने का संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि पावरकाम के अन्य कर्मचारियों ने भी टीका लगवाना शुरू कर दिया है। बीबीएमबी ट्रेनिंग सेंटर में चल रहे टीकाकरण में अब तक यहा डेढ़ सौ से अधिक कर्मचारी टीका लगवा चुके हैं।

उधर लाइनमैन अजय कुमार ने कहा कि उनके विभाग के अन्य कर्मचारी भी जल्द टीका लगवाने जा रहे हैं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इसलिए सभी बिना देर किए वैक्सीन लगाकर खुद को सुरक्षित करें, ताकि कोरोना को मात दी जा सके। वहीं बीबीएमबी के नंगल मैकेनिकल सर्किल के कर्मचारी रोहित डोगरा ने भी वैक्सीन लगवाते हुए सभी से एडवाइजरी की पालना करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी हाथों को सैनिटाइज करने के साथ-साथ शारीरिक दूरी भी बनाए रखें, ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। इससे पहले चंद्र मोहन सहोड़ भी यहां पर वैक्सीनेशन करवा चुके हैं। कोरोना के कारण बच्चों के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत: रजिद्र जागरण संवाददाता, रूपनगर: कोविड-19 की महामारी ने आज पूरे विश्व को बुरी तरह प्रभावित किया हुआ है। इस महामारी से पंजाब भी जूझ रहा है। इस दौरान बच्चों के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत है। जिला बाल सुरक्षा अफसर रजिद्र कौर ने बताया कि भारत सरकार की हिदायतें है कि कोविड -19 जैसी भयानक महामारी के कारण अगर किसी बच्चे के माता पिता की मौत हो जाती है और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है, तो तुरंत चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 या 01881-222299 पर संपर्क किया जा सकता है, ताकि ऐसे बच्चों की देखभाल की जा सके। इसके अलावा अगर किसी के माता- पिता या सरपरस्त को कोरोना पीडि़त होने के कारण अस्पताल में दाखिल होने पड़े और घर में बच्चों को देखने वाला कोई नहीं है, तो भी उक्त नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। जिला प्रशासन ऐसे बच्चों की देखरेख के लिए जरूरी सहायता प्रदान करेगा।

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