रयात-बाहरा में याद किए गए मेजर ध्यानचंद

जागरण संवाददाता, रूपनगर : रयात-बाहरा रूपनगर कैंपस की ओर से मेजर ध्यान चंद के जन्मदिवस को

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 Aug 2017 03:00 AM (IST) Updated:Thu, 31 Aug 2017 03:00 AM (IST)
रयात-बाहरा में याद किए गए मेजर ध्यानचंद
रयात-बाहरा में याद किए गए मेजर ध्यानचंद

जागरण संवाददाता, रूपनगर : रयात-बाहरा रूपनगर कैंपस की ओर से मेजर ध्यान चंद के जन्मदिवस को समर्पित राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया। महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद ने 1928, 1932 तथा 1936 में भारत के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर कई बार अपने देश की शान को बढ़ाया है। ध्यानचंद शानदार गोल करने तथा शानदार गेंद कंट्रोल के लिए जाने जाते हैं। ध्यान चंद को वक्त का सबसे महान फील्ड हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। उन्हें 1956 में पद्मभूषण के साथ सम्मानित किया गया था।

इस राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर कैंपस में वॉलीबाल तथा बास्केटबाल के मैच भी करवाए गए। कैंपस डायरेक्टर डॉ.सुरेश सेठ द्वारा खिलाड़ियों तथा खेलों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को मेजर ध्यान चंद जी के शानदार इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय खेल जीवन के दौरान 400 गोल किए हैं। इस मौके करवाए मुकाबलों में मकेनिकल इंजीनिय¨रग विभाग द्वारा वॉलीबाल के मैच को 2-0 के साथ तथा बास्केटबाल में 50 -37 के साथ जीत दर्ज की गई।

इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों की बजाय खेलों से जुड़े युवा: डॉ. गोयल

रयात बाहरा रूपनगर कैंपस के संयुक्त डायरेक्टर डॉ.अजय गोयल ने कहा कि भारत के युवाओं को आरामघरों से निकलते हुए बाहर आकर देश की प्रतिष्ठा के लिए खेलना चाहिए। विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों की बजाय खेल के साथ ज्यादा जुड़ना चाहिए ताकि वह विश्वस्तर पर अपना व देश का नाम चमकाने के योग्य हो सकें। डॉ.सुरेश सेठ तथा डॉ.अजय गोयल द्वारा विजेताओं तथा खेल अधिकारी महेश जेटली को बधाई दी गई।

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