बिना डिलीवरी चार्जेज हिमाचल के दूर इलाकों तक पहुंचाई दवाइयां
इसे सेवा के प्रति समर्पण व जनून ही कहा जा सकता कि लॉकडाउन व कर्फ्यू के दौरान नंगल के कर्ण चौधरी ने शहर के अलावा हिमाचल के समीपवर्ती जिला ऊना व जिला हमीरपुर के कस्बे शाहतलाई तक दवाइया उपलब्ध करवाने के लिए सड़क मार्ग अपने वाहन से नाप डाले हैं।
सुभाष शर्मा, नंगल : इसे सेवा के प्रति समर्पण व जनून ही कहा जा सकता कि लॉकडाउन व कर्फ्यू के दौरान नंगल के कर्ण चौधरी ने शहर के अलावा हिमाचल के समीपवर्ती जिला ऊना व जिला हमीरपुर के कस्बे शाहतलाई तक दवाइया उपलब्ध करवाने के लिए सड़क मार्ग अपने वाहन से नाप डाले हैं। यहीं बस नहीं उन्होंने आपदा के इस दौर में जानवरों का भी ख्याल रखा। रोज अपने खर्चे से वह 40 किलोग्राम पैडी करीब 50 स्ट्रीट डॉग्स को डालकर उनकी भूख मिटा रहे हैं।
सुदर्शन मेडिको के माध्यम से उन्होंने प्रतिदिन दवाइयों की डोर टू डोर सप्लाई करने के लिए औसतन 180 ऑर्डर को डिलीवर करने का सराहनीय कार्य किया है। अब भी इस घड़ी में वे ऊर्जा और उत्साह के साथ सेवा कार्य में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में उन्होंने अपने स्टाफ के माध्यम से शिमला तक भी दवाई पहुंचाई है।
कर्ण ने बताया कि विभिन्न समाजसेवी संगठनों से जुड़े अपने पिता व मेडिकल स्टोर के मैनेजिंग डायरेक्टर सुदर्शन चौधरी व माता इंदु चौधरी की ओर से दिए संस्कारों से प्रेरित होकर आगे भी इस सेवा को जारी रखेंगे। उन्होंने बताया स्टोर स्टाफ के सदस्यों जेम्स कुमार, हरमन कौर, शिवानी, सतीश कुमारी, किरण के साथ उन्होंने टीम भावना से काम करते हुए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन किया है। डीसी ने की है सराहना
जिला रूपनगर की डीसी सोनाली गिरी ने भी री-ट्वीट करके कार्यस्थल पर सोशल व फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के मद्देनजर उन्हें प्रोत्साहन दिया है। बिना डिलीवरी चार्जेस लिए दवाइया घरों तक पहुंचा कर उन्होंने मरीजों के लिए भी राहत प्रदान करने का प्रयास किया है। सरकार की ओर से अनिवार्य वस्तुओं की आपूर्ति के लिए जारी दिशानिर्देशों की पालना के लिए अब भी कर्ण सेवा भावना से सहयोग दे रहे हैं।