आइआइटी की पीआरओ घर से संभाल रही मोर्चा

हर तरफ कोरोना को लेकर लोग क‌र्फ्यू के बीच वर्क प्लेस और फील्ड में जाकर काम नहीं कर पा रहे क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी। इसी के मद्देनजर शिक्षण संस्थाएं समेत अन्य व्यापारिक संस्थाएं तक चलाने में अहम भूमिका अदा करने वाले वर्क फ्राम होम का फार्मूला अपना रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 03 Apr 2020 06:11 AM (IST)
आइआइटी की पीआरओ घर से संभाल रही मोर्चा
आइआइटी की पीआरओ घर से संभाल रही मोर्चा

जागरण संवाददाता, रूपनगर : हर तरफ कोरोना को लेकर लोग क‌र्फ्यू के बीच वर्क प्लेस और फील्ड में जाकर काम नहीं कर पा रहे क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी। इसी के मद्देनजर शिक्षण संस्थाएं समेत अन्य व्यापारिक संस्थाएं तक चलाने में अहम भूमिका अदा करने वाले वर्क फ्राम होम का फार्मूला अपना रहे हैं। रूपनगर आइआइटी की पीआरओ प्रीतइंद्र कौर इन दिनों अपने घर से ही आइआइटी के काम निपटा रही हैं।

आइआइटी की पीआरओ प्रीतइंद्र कौर कहती हैं कि बेशक क‌र्फ्यू की वजह से वो घर पर ही हैं और आइआइटी के अधिकतर काम जो वो घर बैठकर ऑनलाइन कर रही हैं। इसमें सुबह अखबार पढ़कर संबंधित खबरें खासकर कोविड 19 की खबरों को लेकर अपडेट इकट्ठा करके आइआइटी में चल रहे दो ग्रुप टीमों समेत आइआइटी के समूह सदस्यों चाहे वो फैकल्टी हो या वर्तमान स्टूडेंट और निर्वतमान स्टूडेंट को अपडेट करना शामिल है। इसके लिए आइआइटी की साइट पर रोजाना अपडेट किया जाता है। आइआइटी के वर्तमान और पूर्व स्टाफ व स्टूडेंट मिलाकर 4900 से ज्यादा लोग साइट से जुड़े हुए हैं, जिनको रोजाना अपडेट ब्राडकास्ट किए जाते हैं। सोशल मीडिया पर भी करते हैं शेयर

इसके साथ ही कोरोना को लेकर अपडेट और आइआइटी की तरफ से किए जा रहे नए नए अविष्कार और नई पहल को सोशल मीडिया पर शेयर करना शामिल है। प्रीतइंद्र कौर ने कहा कि कोरोना वायरस इतना घातक नहीं है जितना इसका भय लोगों में है। वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लोगों का आपस में संपर्क कम से कम हो और लोग लाकडाउन और क‌र्फ्यू में बाहर न निकले, यही इसका कारगर इलाज है।

chat bot
आपका साथी