पीएमसी ने सिविल सर्जन से पूछा, अवैध क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर पर अब तक क्यों नहीं हुई

राजपुरा (पटियाला) पंजाब मेडिकल काउंसिल (पीएमसी) ने घग्गर सराय में क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉ. गरजा सिंह पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को पत्र लिखा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Mar 2020 11:53 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 06:06 AM (IST)
पीएमसी ने सिविल सर्जन से पूछा, अवैध क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर पर अब तक क्यों नहीं हुई
पीएमसी ने सिविल सर्जन से पूछा, अवैध क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर पर अब तक क्यों नहीं हुई

जागरण संवाददाता, राजपुरा (पटियाला) : पंजाब मेडिकल काउंसिल (पीएमसी) ने घग्गर सराय में क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉ. गरजा सिंह पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन को पत्र लिखा है। पीएमसी के चेयरमैन डॉ. अमर सतिदर सिंह सेखों ने कहा साथ ही सिविल सर्जन से जवाबतलबी की गई है कि अभी तक डॉ. गरजा सिंह पर क्या कार्रवाई की गई है। डॉ. सेखों ने कहा कि पंजाब मेडिकल काउंसिल केवल उसके पास रजिस्टर्ड एमबीबीएस डाक्टर्स पर ही कार्रवाई कर सकती है और गरजा सिंह उस दायरे में नहीं आता। उस पर कार्रवाई सिविल सर्जन की जिम्मेदारी है। वहीं, फरार आरोपित डॉक्टर के क्लीनिक को खोलकर जांच के लिए पुलिस और सेहत विभाग का रवैया सुस्त है।

पंजाब मेडिकल काउंसिल ने इस बारे में साफ किया है कि सिविल सर्जन आफिस पर निर्भर है कि ऐसे झोलाछाप डाक्टर्स पर कैसी कार्रवाई करता है। उधर, सिविल सर्जन डॉ. हरीश मल्होत्रा ने कहा कि घग्गर सराय मामले में सेहत विभाग के पास कोई रिकवरी या रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में वे क्लीनिक खोलने की मांग नहीं कर सकते। पुलिस ने मामला दर्ज किया है और पुलिस जांच में सेहत विभाग का सहयोग ले सकती है। कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप पीने से पांच साल का सरबजीत कोमा में चला गया है। चंडीगढ़ 32 सेक्टर के अस्पताल में उपचाराधीन सरबजीत की हालत शुक्रवार को भी नाजुक बनी रही। जिला में नहीं मिला कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप

दैनिक जागरण टीम ने शुक्रवार को पटियाला, नाभा, समाना, पातड़ां और राजपुरा में अलग-अलग केमिस्टों के पास जाकर कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप मांगा। जागरण जानना चाहता था कि कहीं अधिक मुनाफे के चक्कर में चोरीछिपे सिरप की बिक्री तो नहीं हो रही। बहरहाल इस दौरान कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप किसी केमिस्ट के पास नहीं मिला। इन सभी शहरों में किसी भी केमिस्ट ने ये सिरप नहीं रखा और डिमांड पर मंगवाने से भी मना कर दिया। घग्गर सराय, जहां गरजा सिंह का क्लीनिक चल रहा था के साथ सटे इलाका कस्बा शंभू से भी सिरप नहीं मिला। ड्रग इंस्पेक्टर भी प्रतिबंधित सिरप की बिक्री पर नजर रख रहे हैं। हरियाणा से सिरप लाता था डा. गरजा सिंह

जिले के केमिस्ट कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप नहीं रखते, तो बड़ा सवाल है कि घग्गर सराय के डॉ. गरजा सिंह के पास सिरप कैसे आया। केमिस्ट एंड ड्रग्सिट एसोसिएशन राजपुरा के प्रधान जगनंदन गुप्ता ने कहा कि कंपनी के कई और भी प्रोडक्ट आते हैं, परंतु सिरप का यूनिट अलग है। इस सिरप की सप्लाई हरियाणा और जम्मू कश्मीर में होती थी। डॉ. गरजा सिंह भी हरियाणा की सीमा पर क्लीनिक चला रहा था और वो हरियाणा से ही सिरप की सप्लाई ले रहा था। सरबजीत कोमा में

सिरप के कारण अस्पताल पहुंचा पांच वर्षीय सरबजीत इस समय कोमा में है। डॉक्टरों के मुताबिक किडनी की इंफेक्शन रिकवर हुई है, परंतु दिमाग काम न करने की वजह से उसे वेंटीलेटर पर रखा हुआ है। कोमा के कारण सरबजीत की हालात नाजुक है। वेंटीलेटर कारण ही उसकी सांस चल रही है। इलाज चल रहा है। सरबजीत के लिए डॉक्टर हर कोशिश कर रहे हैं। चंडीगढ़ रेफर करने पर गरजा सिंह ने किया था फोन

खांसी जुकाम की दवा डॉ. गरजा सिंह से लेने के बाद आठ फरवरी को सरबजीत सिंह की फिर तबीयत बिगड़ी तो राजपुरा में बच्चों के डाक्टर दिनेश गर्ग के पास ले गए। डॉ. दिनेश ने बताया कि टेस्ट के बाद सरबजीत की हालत खराब होने पर उसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया। चंडीगढ़ रेफर करने की खबर सुन डॉ. गरजा ने उनको फोन कर कहा कि सरबजीत ठीक था तो उन्होंने जवाब दिया सरबजीत की हालत समझ नहीं थी, तभी उसे चंडीगढ़ रेफर किया। आरोपित डॉक्टर की नहीं हुई गिरफ्तारी

मामला दर्ज होने के नौ दिन बाद भी शंभू पुलिस आरोपित डॉ. गरजा सिंह उसके बेटे कुलविदर सिंह को तलाश नहीं कर पाई। हालांकि थाना शंभू के इंचार्ज प्रेम सिंह ने आरोपितों के संबंधियों और दोस्तों के पास छापेमारी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है। गरजा सिंह पर दो मामले दर्ज

घग्गर सराय में क्लीनिक चला रहे गरजा सिंह पर पहला मामला 26 फरवरी को सरबजीत सिंह के पिता अवतार सिंह ने दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद क्लीनिक बंद मिला। गरजा सिंह पर दूसरा पर्चा 3 मार्च को प्रदीप ने दर्ज कराया। इसी घग्गर सराय के क्लीनिक से कोल्ड बेस्ट पीसी सिरप लेने वाले सवा दो साल के अनमोल शर्मा की किडनी और लीवर इंफेक्शन के कारण 26 फरवरी को मौत हो गई थी।

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