पंजाब के अब ईट-भट्ठे 31 मार्च तक चलेंगे जिगजैग तकनीक पर

पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के चेयरमैन प्रो. एसएस मरवाहा ने पंजाब के ईंट भट्ठा मालिक एसोसिएशन के साथ मी¨टग करके आगामी 31 मार्च तक सभी भट्ठों में जिगजैग टेक्निक लागू करके पंजाब को हवा प्रदूषण की मार से बचाने के लिए प्रेरित किया। बोर्ड के मेंबर सचिव करूणेश गर्ग ने बताया कि पंजाब ब्रिक क्लिन मेन्युफेक्चर्रज एसोसिएशन, जो पंजाब में 2

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 12:08 AM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 12:08 AM (IST)
पंजाब के अब ईट-भट्ठे 31 मार्च तक चलेंगे जिगजैग तकनीक पर
पंजाब के अब ईट-भट्ठे 31 मार्च तक चलेंगे जिगजैग तकनीक पर

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के चेयरमैन प्रो. एसएस मरवाहा ने पंजाब के ईंट भट्ठा मालिक एसोसिएशन के साथ मी¨टग करके आगामी 31 मार्च तक सभी भट्ठों में जिगजैग तकनीक लागू करके पंजाब को हवा प्रदूषण की मार से बचाने के लिए प्रेरित किया। बोर्ड के मेंबर सचिव करूणेश गर्ग ने बताया कि पंजाब ब्रिक क्लिन मेन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन, जो पंजाब में 2806 भट्ठों के प्रतिनिधियों की संस्था है, के अधिकारियों की एक मी¨टग बोर्ड के चेयरमैन प्रो. एसएस मरवाहा की अध्यक्षता में हुई। इसमें एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने आगामी 31 मार्च तक बोर्ड की हिदायतों को मानते हुए सभी भट्ठे जिगजैग तकनीक पर शिफ्ट करने पर प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई। गर्ग ने बोर्ड की हिदायतों के अनुसार जहां भट्ठों से निकलते धुएं की निर्धारित हद 750 मिलीग्राम / घन मीटर से घटा कर 500 मिलीग्राम / घन मीटर नोटिफाई की है वहीं जिगजैग तकनीक अपनाने संबंधी भी हवा प्रदूषण कंट्रोल एक्ट (1981) की धारा ए के अंतर्गत यह तकनीक लाजमी कर दी गई है। एक अक्टूबर से ईंट भट्ठे रहेंगे बंद

बोर्ड सर्दियों में हवा प्रदूषण की बढ़ती मात्रा को ध्यान में रखते हुए आगामी 1 अक्टूबर से 31 जनवरी तक ईंट भट्ठे बंद रखने का नियम भी इस वर्ष से लागू कर रहा है। मी¨टग की कार्रवाई के बारे में इंजी. करूणेश गर्ग ने बताया कि भट्ठों में सिर्फ प्रवानित ईंधन ही जलाने की इजाजत दी गई है और लापरवाही करने वाले किसी भी भट्ठे को बख्शा नहीं जाएगा। प्रवानित ईंधन में सिर्फ कोयला, सरसों, तूड़ी के अलावा अन्य कोई भी ईंधन मंजूर नहीं है।

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