वेनेजुएला में नौजवानों को दी उम्रकैद की सजा पर किया रोष

पंजाबी यूनिवर्सिटी में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ) ने वेनेजुएला में तीन सिख नौजवानों को लिखित सामग्री रखने के बदले दी गई उम्रकैद के विरोध में प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 05:14 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 06:56 PM (IST)
वेनेजुएला में नौजवानों को दी उम्रकैद की सजा पर किया रोष
वेनेजुएला में नौजवानों को दी उम्रकैद की सजा पर किया रोष

फोटो 39

जेएनएन, पटियाला

पंजाबी यूनिवर्सिटी में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआइएसएफ) ने वेनेजुएला में तीन सिख नौजवानों को लिखित सामग्री रखने के बदले दी गई उम्रकैद के विरोध में प्रदर्शन किया। इसमें सबसे पहले जत्थेबंदी के नेता प्रितपाल ने विद्यार्थियों को मामले के बारे में जानकारी दी। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के उप राज्य सचिव व¨रदर ने कहा कि वेनेजुएला की प्रभुसत्ता का समर्थन और अमरीकी साम्राज्य का विरोध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि जिस देश को अमरीकी साम्राज्य की नजर लग जाए उसका हाल क्या होता है। इराक, अफगानिस्तान, लीबिया आदि देशों के हालात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे सामने हैं और उनकी निगाह अब दक्षिणी अमरीकी देश वेनेजुएला पर है। उन्होंने बताया कि 1999 में जबसे ही राष्ट्रपति हूगो शावेज की सरकार बनी है। उन्होंने देश की सारी प्राकृतिक दौलत का राष्ट्रीयकरण करके अमरीकी कंपनियों के लिए मुनाफे के दरवाजे बंद किए हैं-तबसे ही अमेरिका लगातार उस देश में राज पलटने की कोशिश करता रहा है। 2002 में हूगो शावेज को गद्दी से उतार दिया गया परंतु उन्होंने 48 घंटों में ही दोबारा अपनी सरकार कायम कर ली। उनकी मौत के बाद अब निकोलस मादरो की लोगों से चुनी हुई सरकार को भी अमेरिकी सम्मान का विरोध सहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि संसार भर में वेनेजुएला के हक में आवाजें उठ रही हैं और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में किया जा रहा सद्भावना प्रदर्शन भी इसी अंतरराष्ट्रीय कड़ी का एक भाग है। हम जानते हैं कि हालात बुरे हैं परंतु वेनेजुएला को डटे रहना चाहिए और वह डटा भी रहेगा। इस मौके पर एआइएसएफ के नेता विशाल, गुरजंट रीठखेड़ी, राहुल, मीनू, कुलदीप, अमन आदि मौजूद रहे।

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