नई शिक्षा नीति 10 हजार तकनीकी कॉलेजों के लिए वरदान : एआइसीटीई

राजपुरा (पटियाला) फेडरेशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसिग टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस (एफएसएफटीआइ) पंजाब अनएडिड कॉलेजिस एसोसिएशन (पुक्का) और जोईट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजिस (जैक) ने नई शिक्षा पॉलिसी का तकनीकी शिक्षा पर प्रभाव व अवसर और चुनौतियां पर वेबिनार का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Sep 2020 11:42 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 11:42 PM (IST)
नई शिक्षा नीति 10 हजार तकनीकी कॉलेजों के लिए वरदान : एआइसीटीई
नई शिक्षा नीति 10 हजार तकनीकी कॉलेजों के लिए वरदान : एआइसीटीई

संस, राजपुरा (पटियाला) : फेडरेशन ऑफ सेल्फ फाइनेंसिग टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस (एफएसएफटीआइ) पंजाब अनएडिड कॉलेजिस एसोसिएशन (पुक्का) और जोईट एसोसिएशन ऑफ कॉलेजिस (जैक) ने नई शिक्षा पॉलिसी का तकनीकी शिक्षा पर प्रभाव व अवसर और चुनौतियां पर वेबिनार का आयोजन किया। प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुधे, चेयरमैन एआइसीटीई इस अवसर पर मुख्य वक्ता थे। डॉ एमपी पूनिया, उप चेयरमैन एआइसीटीई और प्रोफेसर राजीव कुमार, मेंबर सेक्रेटरी, एआइसीटीई गेस्ट ऑफ ऑनर थे। डॉ अंशु कटारिया चेयरमैन पुक्का आर्यस ग्रुप ऑफ कॉलेजिस ने वेबिनार की अध्यक्षता की।

प्रोफेसर अनिल डी सहस्त्रबुधे, चेयरमैन एआइसीटीइ ने संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति पूरे देश की शिक्षा प्रणाली को बदल देगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में देश की तकनीकी शिक्षा को प्रभावित करने वाले मुद्दों और संकट को दूर करने के सभी संघटक मौजूद है। डॉ एमपी पूनिया उप चेयरमैन एआईसीटीई ने बातचीत करते हुए कहा कि 34 वर्षो के बाद मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति की शुरुआत करके एक बड़ी पहल की है। एक तरफ देश भर में 10000 से अधिक तकनीकी कॉलेजों के पास बहु-विषयक पाठ्यक्रमों की पेशकश का विकल्प है, लेकिन जो संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे, वही बच पाएंगे।

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