मनरेगा नर्सरियां हरियाली बढ़ाने में दे रही अहम योगदान

पटियाला पंजाब में पेड़ों का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नेतृत्व में अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत पौधे लगाए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 11:40 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 11:40 PM (IST)
मनरेगा नर्सरियां हरियाली बढ़ाने में दे रही अहम योगदान
मनरेगा नर्सरियां हरियाली बढ़ाने में दे रही अहम योगदान

जेएनएन, पटियाला : पंजाब में पेड़ों का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नेतृत्व में अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत पौधे लगाए जा रहे हैं। यह पौधे पैदा करने के लिए पटियाला तहसील की पांच मनरेगा नर्सरियां अहम योगदान दे रही हैं। इन नर्सरियों ने अब तक लगभग 10 लाख पौधे सप्लाई किए हैं। जिसे मिशन तंदुरुस्त पंजाब, जंगलात विभाग की घर-घर हरियाली, आई हरियाली एप, पटियाला के डीसी कुमार अमित द्वारा शुरू किया सप्तऋषि प्राजेक्ट आदि के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को दिया व अन्य स्थानों में लगाया गया है। डीसी कुमार अमित ने बताया कि जिले में मनरेगा के अंतर्गत अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर विकास डॉ. प्रीति यादव की देख -रेख में वन मंडल के सहयोग से नर्सरियां पौधे तैयार करने में अहम योगदान दे रही हैं। फगणमाजरा में पांच एकड़ क्षेत्रफल में यह नर्सरी 2017 -18 में शुरू की गई थी और इसी तरह बाकी मनरेगा नर्सरियां भी देहाती रोजगार और हरियाली के मद्देनजर अहम प्राजेक्ट साबित हुई हैं। जिला वन मंडल अफसर हरभजन सिंह ने बताया कि पटियाला के गांव लंग की नर्सरी से तीन लाख पौधे, फग्गणमाजरा नर्सरी में से तीन लाख पौधे, बीड़ करतारपुर सनौर और कुल्लेमाजरा से डेढ़ -डेढ़ लाख और भुन्नरहेड़ी नर्सरी में से एक लाख पौधे पैदा करके बांटे जा चुके हैं। इन नर्सरियों में आम, पीपल, बरगद, नीम, जामुन, अमलतास, गुलमोहर, कीकर, सिरस, सागवान, शीशम, आंवला, इमली आदि देसी किस्मों के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। जंगलात विभाग के वक्ता अनुसार यह पौधे तैयार करने के लिए गुणवत्ता का खास ध्यान रखा जाता है और एक पौधे को तैयार करने पर औसत 12 से 15 रुपये खर्च आता है।

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