बैंकों में काम ठप, नहीं चलीं बसें, यात्री हुए परेशान

शहर में दस ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर वीरवार को शहर में कर्मचारी जत्थेबंदियों ने अपने-अपने विभागों के पास प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 02:26 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 02:26 AM (IST)
बैंकों में काम ठप, नहीं चलीं बसें, यात्री हुए परेशान
बैंकों में काम ठप, नहीं चलीं बसें, यात्री हुए परेशान

जागरण संवाददाता, पटियाला : एक तरफ किसानों का बार्डर पर दिल्ली जाने के लिए संघर्ष जारी रहा, वहीं शहर में दस ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर वीरवार को शहर में कर्मचारी जत्थेबंदियों ने अपने-अपने विभागों के पास प्रदर्शन किया। पीआरटीसी कर्मचारी एक्शन कमेटी, आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन, बैंक कर्मचारी फेडरेशन आफ इंडिया के साथ जुड़ी पंजाब बैंक इंप्लाइज फेडरेशन और पंजाब सुबार्डिनेट सर्विस यूनियन से जुड़ी दर्जा चार कर्मचारी यूनियन ने प्रदर्शन किया। बैंक कर्मियों ने बैंक में कामकाज ठप रखा तो पीआरटीसी वर्कर्स यूनियन ने बस स्टैंड का गेट बंद करके बसों का चक्का जाम किया।

गेट बंद, नहीं चलने दी बसें, यात्री परेशान

पीआरटीसी वर्कर्स एक्शन कमेटी के प्रधान निर्मल सिंह धालीवाल के साथ कर्मियों ने बस स्टैंड को बंद कर बसों का चक्का जाम किया। यूनियन सदस्यों ने वीरवार को न तो किसी बस को बस स्टैंड के भीतर जाने दिया और न ही बस स्टैंड से बाहर आने दिया। वर्कर सेक्शन कमेटी के प्रमुख निर्मल सिंह धालीवाल ने बताया कि सुबह से ही कमेटी के साथ जुड़ी पीआरटीसी मुलाजिम यूनियनों के नेता बस स्टैंड के सभी द्वारों पर पहुंच गए और गेट बंद कर दिया। यह हड़ताल उन्होंने पब्लिक सेक्टर का निजीकरण करने, कांट्रैक्ट वर्करों को पक्का करने, कृषि कानून को रद करने, कम से कम वेतन 21,000 रुपये देकर वर्करों को पक्का करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने के साथ पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने की मांग को लेकर की। अंबाला जाने वाले अमित ने कहा वो तीन घंटे से बस स्टैंड के पास खड़ा रहा, लेकिन कोई बस नहीं मिली। दिल्ली जाने वाली सुष्मिता ने कहा कि उसने दिल्ली जाना था, लेकिन बस नहीं मिली। वह दो घंटे तक इंतजार करती रही।

बैंकों में भी रहा कामकाज ठप

वीरवार को आल इंडिया बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के सदस्यों ने भी छोटी बारांदरी स्थित बैंक स्क्वेयर में प्रदर्शन किया। फेडरेशन के प्रदेश महासचिव एसके गौतम के साथ प्रदेश नेता यादविदर गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार कर्मियों का लगातार शोषण करती आ रही है, इसलिए बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन के सदस्यों ने देश भर में हुई हड़ताल में शामिल होकर केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध किया है। सरकार ने अपने विरोधी नीतियों को नहीं रोका तो उनका यह प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा। पटियाला में लगभग सभी बैंकों के मुलाजिमों ने छोटी बारादरी में इकट्ठा होकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।

बस स्टैंड पर रैली की

दर्जा चार कर्मचारी यूनियन के प्रदेश प्रधान दर्शन सिंह लुबाणा भी यूनियन सदस्यों के साथ हड़ताल में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां लोगों के साथ-साथ कर्मियों की विरोधी हैं। सरकारी और अर्ध सरकारी विभागों के तीसरा दर्जा, चौथा दर्जा, कांट्रैक्ट, आउटसोर्स और डेलीवेजेस कर्मचारियों ने भी दफ्तरों और फील्ड में हड़ताल की। केवल जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी कामकाज प्रभावित हुआ। पशुपालन विभाग के डेयरीफार्म मुलाजिमों ने बस स्टैंड पर संयुक्त रैली की। मुलाजिमों ने पंजाब सरकार से कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने समेत चार सालों से लटक रही मांगों को पूरा करने की मांग की। इस मौके पर ऐलान किया कि तीन दिसंबर को मिनी सचिवालय से झंडा मार्च किया जाएगा।

वीरवार को प्रदर्शन में दर्शन सिंह लुबाणा, बलजिदर सिंह, जगमोहन सिंह नोलक्खा, रामप्रसाद सहोता, सुखविंदर सिंह, सूरजपाल यादव, रामलाल रामा, माधो लाल, राकेश शर्मा, अनिल कुमार, बलबीर सिंह, केसर सिंह सैनी, काका सिंह, इन्द्रपाल, कुलविन्दर सिंह, निर्मल सिंह, रिकू वैद्य, मुकैश राही, प्रकाश सिंह लुबाणा, राजेश कुमार, सुखदेव सिंह झंडी, बंसी लाल, अनिल कुमार, त्रिलोचन माड़ू, सत्यनारयण गोनी, तिरलोचन मंडोली और अश्वनी वैद्य मौजूद रहे।

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