Road Safety: ट्रैफिक इंचार्ज प्रीतइंदर सिंह बाेले-पटियाला पुलिस हाईवे पर सुरक्षित सफर को बनाएगी यकीनी

Road Safety जिले की सड़कों पर हर साल कई लाेगाें काे हादसाें का शिकार हाेना पड़ रहा है। इस साल पुलिस धुंध के दौरान ही नहीं बल्कि उससे पहले भी व्हीकल पर रिफ्लेक्टर लगाने के लिए तैयारी की जा रही है।

By Prem VermaEdited By: Publish:Sat, 26 Nov 2022 07:12 PM (IST) Updated:Sun, 27 Nov 2022 03:37 PM (IST)
Road Safety: ट्रैफिक इंचार्ज प्रीतइंदर सिंह बाेले-पटियाला पुलिस हाईवे पर सुरक्षित सफर को बनाएगी यकीनी
जिला ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर प्रीतइंदर सिंह। (जागरण)

प्रेम वर्मा, पटियाला। जिले की सड़कों पर हर साल सैकड़ों लोग हादसों में अपनी जिंदगी गंवा रहे हैं। वहीं ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर नियमों का पालन करने के लिए लगातार लोगों को जागरूक कर रही है, बावजूद इसके हादसों पर रोक नहीं लग पा रही है। इन हादसों की वजह लोगों द्वारा ट्रैफिक नियमों का पालन करने में लापरवाही बन रही है। इसके अलावा सिस्टम में भी कई कमियां हैं, जिन्हें दूर करने के लिए प्रशासन व पुलिस लगातार जुटा हुआ है। दैनिक जागरण के साथ जिला ट्रैफिक इंचार्ज इंस्पेक्टर प्रीतइंदर सिंह ने विशेष बातचीत के दौरान यह जानकारी साझा की।

सवाल- कुछ दिनों में धुंध का दौर शुरू हो जाएगा, ज्यादा हादसे भी धुंध के कारण होते हैं। हादसे न हों, इसके लिए क्या तैयारी है?

जवाब- धुंध के दौरान ही नहीं बल्कि उससे पहले भी व्हीकल पर रिफ्लेक्टर लगाने के लिए तैयारी की जा रही है। अगले कुछ दिनों में सीनियर अधिकारियों की सुपरविजन में समाज सेवी संस्थाओं की मदद से ट्रैक्टर ट्राली, ट्रक व ट्राला पर रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। एसएसपी आइपीएस वरूण शर्मा के निर्देशों पर इस पर काम को शुरू किया जा चुका है और संस्थाओं से बात चल रही है। इसके अलावा सफेद पट्टी व अन्य काम के लिए सीनियर अधिकारी संबंधित विभाग के अफसरों से तालमेल कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही जिला प्रशासन की मीटिंग में इन मुद्दों पर चर्चा भी हुई है।

सवाल- जिले में हाईवे पर कई जगह साइन बोर्ड और बाटलनेक पुलों पर रिफ्लेटर के इंतजाम नहीं हैं, इस कमी को दूर करने के लिए क्या किया जा रहा है?

जवाब- जैसे कि अभी बताया है कि बीते दिनों जिला प्रशासन व पुलिस विभाग सहित अन्य विंग की साझी मीटिंग रखी गई थी। इसमें हाईवे पर साइन बोर्ड व अन्य जरूरतों को लेकर चर्चा भी की है। हाईवे पर सफर को सुरक्षित बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस दिन रात मेहनत कर रही है और निगम से तालमेल किया जा रहा है ताकि सभी कमियां दूर की जा सकें।

सवाल- हाईवे पर बने अवैध कटों को बंद करवाने के लिए क्या किया जा रहा है?

जवाब- अवैध कट्स को बंद करवाने का काम पीडब्ल्यूडी और नगर निगम का है। इन विभाग के साथ सीनियर अफसरों ने तालमेल किया है। जल्द ही इन कट्स को बंद कर दिया जाएगा।

सवाल- शहर में हादसे रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने क्या काम किया है ?

जवाब- शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने व हादसे रोकने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। हाल ही में बस स्टैंड चौक पर फ्लाईओवर चढ़ने वाले रास्ते पर चार से पांच फीट की रेलिंग लगाने की मांग की है। पैदल रोड क्रास करने वाले बस से उतर यहां से क्रासिंग करने लग जाते हैं, जिस वजह से ट्रैफिक जाम व हादसे होते हैं। इसके अलावा लीला भवन से बारादरी जाने वाली रोड पर लाइट क्रास करते ही बना हुआ डिवाइडर लंबा करने की मांग की है ताकि 21 नंबर पुल से आने वाले लोग रेड लाइट देख रांग साइड से सड़क क्रास कर फव्वारा चौक न जाएं। यहां पर नो यू टर्न का बोर्ड भी लगाएंगे।

सवाल- ओवर स्पीड वाहनों से भी हादसे हो रहे हैं। पिछले एक वर्ष में ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?

जवाब- ओवर स्पीड वाहन चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं और एक साल में करीब 500 चालान काटे हैं। विभाग के पास तीन इंटरसेप्टर हैं, जिनकी मदद से ओवर स्पीड वाहन ट्रेस करते हैं और यह कार्रवाई लगातार जारी है।

सवाल- जिले की हर सड़क पर नाबालिग वाहन चलाते दिखाई देते हैं, उनके पास तो लाइसेंस भी नहीं होता। ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

जवाब- नाबालिग वाहन चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। फिलहाल ट्रैफिक पुलिस के पास चालान बुक नहीं है, जो जल्द ही जारी होने की संभावना है। चालान बुक मिलते ही सभी मुलाजिमों के जरिए नाबालिग वाहन चालकों के चालान काटे जाएंगे, पहले भी एक्शन लिया है। उनके पास एक चालान बुक है, जिसमें शनिवार को भी तीन स्कूली वाहनों व नाबालिग ड्राइवरों के चालन काटे हैं।

सवाल- क्या वाहनों और सड़कों के अनुपात में ट्रैफिक पुलिस की संख्या कम है, इसे बढ़ाने के लिए क्या स्टाफ की मांग की है?

जवाब- वाहनों व सड़कों के अनुपात के अनुसार ट्रैफिक मुलाजिम की संख्या काफी कम है। बीते दिनों ही पांच मुलाजिम अचानक से पुलिस लाइन भेज दिए हैं। स्टाफ की कमी दूर करने के लिए अफसरों से मांग की है, स्टाफ पूरा होगा तो कार्रवाई भी बड़े स्तर पर हो पाएगी और नियमों का पालन भी करवा पाएंगे।

सवाल- जिलों की अंदरूनी सड़कों पर रांग साइड ड्राइविंग और अवैध पार्किंग भी बड़ी समस्या है, सड़कों पर जाम लगने से आमजन परेशान हो रहे हैं। व्यवस्था न बिगड़े इसे दूर करने के लिए क्या कार्रवाई की जाएगी ?

जवाब- यह एक बड़ा कारण है जो ट्रैफिक जाम की समस्या बनता है। इससे पुलिस ही नहीं बल्कि पब्लिक भी परेशान होती है। लोगों से अपील है कि पार्किंग में ही गाड़ी पार्क करें या फिर खाली जगह पर वाहन पार्क करें, मनमर्जी कर पार्किंग करने से लोगों को परेशान होगी। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस भी चालान काटेगी। निगम ने शहर के अंदरूनी व कई जगह पर पार्किंग एरिया बनाए हुए हैं, वहीं पर वाहन पार्क करें।

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