पटियाला में कोविड केयर सेंटर से हटाए कर्मचारियों ने लगाया अनिश्चितकालीन धरना
पंजाबी यूनिवर्सिटी के साथ मैरिटोरियस स्कूल में कोरोना केयर सेंटर मे काम करने वाले कोरोना वालंटियर्स ने बुधवार को फिर से शहर में रोष मार्च किया और गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब चौक पर धरना लगाया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी के साथ मैरिटोरियस स्कूल में कोरोना केयर सेंटर मे काम करने वाले कोरोना वालंटियर्स ने बुधवार को फिर से शहर में रोष मार्च किया और गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब चौक पर धरना लगाया। करीब दो घंटे तक लगाए धरने में वहां से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोग दूर क्षेत्रों में जाने वाले थे तो कुछ बुजुर्ग महिलाएं भी दिक्कत झेलती नजर आईं।
बनूड़ से आई महिला कुलदीप कौर ने कहा कि लोगों को परेशान करने से कोई हल नहीं निकलता है। अपना हक मांगना है तो सरकार के पास जाकर बात करें इस तरह लोगों को परेशान करके कोई हल नहीं होगा। बाइक सवार बुजुर्ग मनजीत सिंह ने कहा कि वो दवाई लेने जा रहा है लेकिन जाम में फंसने के कारण उसे परेशानी झेलनी पड़ रही है। जब सरकार ने पहले ही कहा था कि वे वालंटियर से तौर पर दिहाड़ी के हिसाब से काम करेंगे तो फिर इस तरह से सड़कों पर धरने लगाकर लोगों को परेशान करना कहां का असूल है, बात समझ से परे है। पटियाला के कोरोना वालंटियर गुरप्रीत सिंह के साथ काफी संख्या में वालंटियर मार्च करते हुए गुरुद्वारा साहिब चौक पर पहुंचे और धरना लगा दिया। उनका कहना है कि उनको बिना नोटिस नौकरी से हटा दिया है। उसके बाद सरकार ने उनके पदों पर भर्ती करने में उनको अनुभव के आधार पर भर्ती के दौरान कोई छूट नहीं दी। वे प्राइवेट अस्पतालों से नौकरियां छोड़कर आए थे। अब उनको वापस नौकरी नहीं मिल रही है, जिसके कारण वे बेरोजगारों हो गए हैं। अब उन्होंने पटियाला में पक्का धरना लगा दिया है।