Punjab Congress: नाराज विधायकों को आने लगे कैप्टन के फोन, चंडीगढ़ आकर मिलो
नाराज चार विधायकों को मनाने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कवायद शुरू कर दी है। चारों विधायकों को चंडीगढ़ आकर मिलने के लिए कहा गया है।
पटियाला [दीपक मौदगिल]। अपने ही घर यानि गृह जिले में नाराज चार विधायकों को मनाने के लिए आखिर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कवायद शुरू कर दी है। यही कारण है कि उनके विदेश से लौटते ही सीएम ऑफिस से नाराज विधायकों को फोन आने लगे हैैं। उन्हें चंडीगढ़ कैप्टन से मीटिंग के लिए बुलाया गया है।
पटियाला के शुतराणा सीट से विधायक निर्मल सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में शुक्रवार को उनकी कैप्टन से मुलाकात हो सकती है। दूसरी तरफ राजपुरा से विधायक हरदयाल कंबोज ने भी कहा कि उनकी मुख्यमंत्री से मीटिंग होती रहती है, लेकिन इस बार वे उनसे जल्द मिलेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कैप्टन के खास माने जाने वाले कैप्टन संदीप संधू को इन विधायकों को संभालने का जिम्मा सौंपा गया है। मीटिंग तय करने के लिए संधू खुद ही सभी विधायकों को फोन कर रहे हैं।
खुले मंच पर कह चुके, कैप्टन ही अफसर चला रहे सरकार
नाराज चल रहे चारों विधायकों को जल्द मनाना इसलिए भी जरूरी माना जा रहा है क्योंकि चारों पटियाला जिले से हैं। जिले के कुल सात विधायकों में से दो कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत व ब्रह्म मोहिंदरा हैंं, जबकि तीसरे कैप्टन खुद। बाकी चारों हरदयाल सिंह कंबोज, मदन लाल जलालपुर, राजिंदर सिंह काका और निर्मल सिंह शुतराणा खुलेआम कैप्टन सरकार की कारगुजारी पर सवालिया निशान लगा चुके हैं।
चारों ने तो यह तक कह दिया कि कैप्टन सरकार को अमरिंदर नहीं बल्कि राज्य की अफसरशाही चला रही है। उसी के मद्देनजर पहले सांसद परनीत कौर ने कंबोज, जलालपुर और काका राजिंदर से मुलाकात कर मामला ठंडा करने की कोशिश की और बीते कल प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने भी चारों से मुलाकात की। उन्होंने चारों की जल्द कैप्टन से मुलाकात करवाने का भरोसा भी दिया था। पार्टी व सरकार को डर है कि इनकी नाराजगी की आग कहीं पूरे प्रदेश में न फैल जाए।
नाराजगी के बाद तीन तहसीलों का स्टाफ बदला
एमएलए निर्मल सिंह ने कहा कि सीएम से मुलाकात के दौरान वह अपने हलके के विकास को लेकर पेंडिंग विभिन्न प्रोजेक्टों को मुद्दा उठाएंगे। इसके अलावा मनमानी कर रही अफसरशाही की जानकारी भी उन्हें देंगे। बोले, उनके लिए हलके के विकास कार्य ही प्रमुख हैं। विधायकों की नाराजगी के बाद पटियाला जिला की समाना, राजपुरा और शुतराणा तहसीलों में हुई ट्रांसफरों के बारे निर्मल सिंह ने कहा कि ट्रांसफर से मसला हल नहीं होने वाला। वैसे भी जूूनियर मुलाजिमों के तबादले किए गए। मनमर्जी करने वाले तहसीलदार को छेड़ा भी नहीं गया।
नाराज विधायकों की तहसीलों में ये हुए तबादले
चारों विधायकों की नाराजगी के बाद डिप्टी कमिश्नर ने तीन हलकों की तहसीलों में स्टाफ ही बदल दिया। एसडीएम दफ्तर राजपुरा से सीनियर सहायक रणधीर सिंह को तहसील दफ्तर राजपुरा में नियुक्त किया। राजपुरा के तहसील दफ्तर से सीनियर सहायक रविंदर कुमार को एसडीएम दफ्तर भेजा। रिकार्ड रूम माल शाखा सदर के जूनियर सहायक गुरदर्शन सिंह का तबादला एसडीएम दफ्तर पातड़ां किया गया।
डीआरए सदर दफ्तर पटियाला से क्लर्क शाम रानी को रिकॉर्ड रूम मेंं नियुक्त किया। इसके अलावा पातड़ां के एसडीएम दफ्तर से क्लर्क संजीव कुमार, पेशी शाखा सदर दफ्तर पटियाला से क्लर्क गगनदीप सिंह, समाना के तहसीलदार के रीडर रूपिंदर सिंह, एमटीसी पद से जूनियर सहायक सतबीर सिंह, एसडीएम दफ्तर से जूनियर सहायक प्रवीन कुमार, रजिस्ट्री क्लर्क महिंदर सिंह, पातड़ां के तहसील दफ्तर से क्लर्क अजय कुमार व एमटीसी पद पर काम कर रहे बलदेव कुमार को इधर से उधर किया गया।
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