राजा के खाली खजाने से घोषणाओं की बौछार

पटियाला पटियाला रियासत के राजा कैप्टन अमरिदर सिंह ने अपने बजट में अपनी प्रजा यानि पटियालवियों को खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 01:01 AM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 06:13 AM (IST)
राजा के खाली खजाने से घोषणाओं की बौछार
राजा के खाली खजाने से घोषणाओं की बौछार

जागरण संवाददाता, पटियाला : पटियाला रियासत के राजा कैप्टन अमरिदर सिंह ने अपने बजट में अपनी प्रजा यानि पटियालवियों को खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। खजाना भले ही खाली है लेकिन बड़े प्रोजेक्ट व बड़ी घोषणाओं की बजट में झड़ी लगा दी गई। जिले में सेहत सुविधा, साफ हवा-पानी, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, बागवानी, उद्योग व सड़कें सहित सभी सेगमेंट में कुछ न कुछ जरूर दिया गया है। वित्तीय संकट से जूझने के कारण इन सभी के एक साथ पूरे होने की राह कठिन ही नजर आ रहा है। पूरा होने में तीन साल से भी अधिक समय लग सकता है। राजपुरा के पास औद्योगिक पार्क हो या ओपन और खेल यूनिवर्सिटी फिलहाल ये तीनों प्रोजेक्ट घोषणा तक सीमित हैं। राजपुरा के पास औद्योगिक पार्क, घनौर और पातड़ां में आइटीआइ, एविएशन कांप्लेक्स को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना, जिले में सौ बैड का अस्पताल, हर विधानसभा क्षेत्र में प्राइमरी हेल्थ सेंटर जैसी घोषणाएं पर वास्तविक रूप से काम करने में लंबा लग सकता है। शहर को अगर बजट में कुछ मिला है तो छोटी नदी और बड़ी नदी के किनारों का सुंदरीकरण हैरीटेज स्ट्रीट, कॉलेज में सुधार और स्वच्छ पानी। पहले से पाइप लाइन में चल रहे इन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए समय कम लगेगा। घोषणाओं के विपरीत धरातल की सच्चाई कुछ और है। इन पर विपक्ष ने भी निशाना साधा है। अकाली विधायक चंदूमाजरा ने उनके हलके को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया। किस घोषणा का लाभ पटियाला को होगा, उसके मायने क्या हैं और प्रोजेक्ट कब पूरा होगा, को लेकर दैनिक जागरण संवाददाता की रिपोर्ट :

पर्यावरण और शुद्ध पानी

साफ पानी व हवा की गुणवत्ता बहाल रखने की परियोजना के लिए फंड जारी जाएंगे। पंजाब के साथ पटियाला जिले में दूषित हो रहे जल से फ्लोराइड और तेजाबी तत्व खत्म करने के लिए जरूरत मुताबिक फंड देने की घोषणा की है। इस परियोजना से सीएम के जिले में जो क्षेत्र दूषित पानी से प्रभावित हो रहे है उनको बड़ी राहत मिलेगी। राज्य के आबोहवा को शुद्ध करने के लिए पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को विशेष अभियान चलाने को कहा है जिसकी फंडिग सरकार करेगी।

उद्योगों को दिखाई दिशा : रोजगार के बनेंगे साधन

-राजपुरा के पास औद्योगिक पार्क व व एक हजार एकड़ में अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा हुई है। बड़े स्तर पर तैयार किये जाने वाले कॉरिडोर से औद्योगिक इकाईयों को लाभ मिलेगा। बाहर की इंडस्ट्री आएगी और रोजगार के साधन बनेंगे। हालांकि राजपुरा के पास इस प्रोजेक्ट की पहले भी घोषणा हुई है और अभी तक जमीन एक्वायर तक नहीं की जा सकी। यदि प्रोजेक्ट पूरा होता है तो पटियाला के लिए ये अहम होगा।

-राजपुरा से लुधियाना फ्रेट कॉरीडोर रेललाइन के लिए भूमि अधिग्रहण और रेलवे ओवर ब्रिज के लिए 35 करोड़ के फंड आरक्षित किए गए हैं। इससे राजपुरा में औद्योगिक विकास आने की संभावाएं प्रबल हुई है।

-नाभा के फोकल प्वाइंट के विकास से सीएम जिले में औद्योगिक इकाईयां बढ़ने की उम्मीदें भी जागी है। हालांकि 15 सालों से नाभा फोकल प्वाइंट के बद्तर होते हालात सरकारी मदद की इंतजार में हैं। अब घोषणा के बाद काम कब शुरू होता है, यह देखने वाली बात है। ह रिटेज स्ट्रीट : एक साल से प्रचार

पटियाला को पर्यटन के तौर पर विकसित करने के लिए हेरिटेज स्ट्रीट के लिए 25 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। ए टैंक से समानिया गेट तक सभी इमारतों को विरासती लुक दी जाएगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस स्ट्रीट का पिछले एक साल से प्रचार किया जा रहा है। बजट में घोषणा के बाद फंड आने का इंतजार रहेगा। पटयालवियों की शान, एविएशन कांप्लेक्स

एविएशन कांप्लेक्स को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा। उसमें सिविल और आर्मी एयर क्राफ्ट इंजन और दूसरे पा‌र्ट्स की मरम्मत और संभाल की जाएगी। इससे पटियाला एविएशन क्लब को नई पहचान मिलेगी। पहले भी एयरक्राफ्ट की मेंटीनेंस चलती रही है परंतु अब सिविल के साथ-साथ आर्मी के एयर क्राफ्ट मेंटीनेंस के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में एडवांस स्ट्डी और रखरखाव के प्रबंध होंगे। एयरक्राफ्ट की गिनती बढ़ेगी। सरकार को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के लिए अधिक संसाधनों की जरूरत नहीं, इसलिए इस प्रोजेक्ट का काम जल्द पूरा हो सकता है। उच्च और तकनीकी शिक्षा पर भी जोर

-घनौर और पातड़ां में इसी साल सरकारी आइटीआइ बनाई जाएगी। फिलहाल दोनों हलकों में आइटीआइ की स्थापना के लिए जमीन की अदला बदली की प्रक्रिया चल रही है। लैंड एक्सचेंज की प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा।

-पॉलीटेक्निक और सरकारी कॉलेज के प्राथमिक ढांचो में सुधार के लिए फंड जारी होंगे।

-महाराजा भुपिदर सिंह पंजाब स्पो‌र्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित तो की जा रही है लेकिन अभी तक इमारत का इंतजाम नहीं हो पाया। जहां यूनिवर्सिटी का प्रशासकीय आफिस बनना है उसकी मरम्मत चल रही है। इस प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने के लिए फंड मुहैया करवाए जाएंगे।

-गुरु नानक देव पंजाब स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी की स्थापना की घोषणा पिछले वित्त वर्ष में भी की गई थी लेकिन अभी तक इस पर काम शुरू नही हो सका। एक बार फिर घोषणा के बाद काम कब शुरू होगा कहा नहीं जा सकता।

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