सड़कों के बाद अब डीएसी कांप्लेक्स में लावारिस पशुओं का जमावड़ा

जिला पठानकोट के लोगों को एक ही छत के नीचे सभी कार्यालयों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मलिकपुर में बनाए गए डीएसी (डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेटिव कांप्लेक्स) में इन दिनों काम करवाने आने वाले लोगों के सर पर मौत मंडरा रही है। ऐसा इस लिए है क्योंकि शहर की सड़कों की तरह इस कांप्लेक्स में घूम रहे लावारिस गाय, कुत्ते, घोड़े व अन्य पशु लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए इंतजार कर रहे हैं। यहीं नहीं कांप्लेक्स में जगह जगह झाड़ियां उगी पड़ी हैं वहीं कांप्लेक्स

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 06:06 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 06:06 PM (IST)
सड़कों के बाद अब डीएसी कांप्लेक्स में लावारिस पशुओं का जमावड़ा
सड़कों के बाद अब डीएसी कांप्लेक्स में लावारिस पशुओं का जमावड़ा

भीष्म भनोट, पठानकोट

लोगों को एक ही छत के नीचे सभी कार्यालयों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मलिकपुर में बनाए गए डीएसी (डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेटिव कांप्लेक्स) में इन दिनों काम करवाने आने वाले लोगों के लिए पशु मुसीबत बन गए हैं। क्योंकि शहर की सड़कों की तरह इस कांप्लेक्स में घूम रहे लावारिस गाय, कुत्ते, घोड़े व अन्य पशु लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए इंतजार में बैठे हैं। यहीं नहीं कांप्लेक्स में जगह-जगह झाड़ियां उगी पड़ी हैं, वहीं कांप्लेक्स में लावारिस पशु चारागाह का केंद्र भी बने हुए हैं। बता दें कि इस कांप्लेक्स में डीसी से लेकर लगभग जिला के सभी प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय हैं और रोजाना हजारों की संख्या में लोग अपने विभिन्न काम करवाने के लिए पहुंचते हैं। कांप्लेक्स में काम करवाने आने वाले लोगों व अधिकारियों को कांप्लेक्स में घूम रहे लावारिस कुत्ते व घोड़े किसी भी समय अपना शिकार बना सकते हैं। इन पशुओं को कांप्लेक्स में घूमते देख काम करवाने आने वाले लोगों में भय की स्थिति बनी हुई है। ऐसा इसलिए है कि पशुओं ने सड़कों पर लोगों को अपना शिकार बनाने के बाद डीएसी का रूख कर लिया है। अब यहां ¨चता की बात यह है कि अगर डीसी का खुद का कांप्लेक्स लावारिस पशुओं से मुक्त नहीं है, तो जिला प्रशासन शहर के लोगों को किस प्रकार इन पशुओं से निजात दिलाएगा। वही,ं दूसरी तरफ नगर निगम का दावा है कि उनकी तरफ से सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशुओं को डेरीवाल स्थित कैटल पौंड में शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया गया है और करीब 200 गाय व सांडों को शिफ्ट भी किया जा चुका है। नगर निगम ने लोगों को लावारिस गायों व सांडों से मुक्ति दिलाने के लिए उन्हें कैटल पौंड पहुंचाने का काम तो शुरू कर दिया ह,ै परंतु शहर की सड़कों व डीएसी कांप्लेक्स में घूम रहे आवारा कुत्तों व घोड़ों से कौन निजात दिलाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि, कैटल पौंड में सिर्फ गायों व सांडों को रखने की व्यवस्था है न कि अन्य पशुओं को रखने की। डीएसी के पास सांडों के हमले से दो की हुई मौत, एक घायल

सरना-मलिकपुर मार्ग पर 25 जून को सांड ने सैर कर रहे रामानंद को अपना शिकार बनाकर बुरी तरह से घायल कर दिया था। जिन्हें लोगों ने अस्पताल पहुंचाया और करीब एक सप्ताह चले इलाज के बाद शिव कॉलोनी, सरना निवासी रामानंद की मौत हो गई। इसी प्रकार डीएसी के पास सरना नहर के पास आपस में भिड़ते दो सांडों ने सैर कर रहे बुजुर्ग चमन ¨सह को अपने सींगों से उठाकर सड़क पर पटक दिया और वह बुरी तरह से घायल हो गए। पठानकोट व चंडीगढ़ निजी अस्पताल में इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। इसी प्रकार डीएसी कांप्लेक्स के पास स्थित कोर्ट कांप्लेक्स के नजदीक ग्राउंड में सैर कर रहे गिरधारी लाल को घास चर रहे सांड ने हमला कर उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया। सांड के हमले से उनकी पसलियों सहित उन्हें गंभीर चोटें आई।

कैटल पौंड में घोड़ों को रखने की व्यवस्था नहीं : डॉ. एनके ¨सह

नगर निगम की हेल्थ ब्रांच के इंचार्ज डॉ. एनके ¨सह ने कहा कि निगम लावारिस गायों व सांडों को कैटल पौंड में शिफ्ट करने का काम शुरू हो चुका है। अधिकतर पशुओं को कैटल पौंड में शिफ्ट किया जा चुका है। पूछने पर उन्होंने बताया कि कैटल पाउंड में घोड़ों को रखने की कोई व्यवस्था नहीं है।

chat bot
आपका साथी