मांगें दरकिनार, कांग्रेस सरकार के खिलाफ भरी हुंकार

लंबित मांगों को लागू न करने के रोष स्वरुप मंगलवार को पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो के कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। पंजाब रोडवेज कर्मचारी दल के बैनर तले धरने के बाद कर्मचारियों ने कैप्टन सरकार का पुतला फूंका व पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। कर्मचारी दल के जिला प्रधान अपरेंद्र ¨सह की अध्यक्षता में प्रदर्शन में यूनियन के पूर्व प्रधान सेवानिवृत बलजीत ¨सह, गोपाल ¨सह, मंगत ¨सह विशेष तौर पर उपस्थित हुए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 16 Oct 2018 10:28 PM (IST)
मांगें दरकिनार, कांग्रेस सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
मांगें दरकिनार, कांग्रेस सरकार के खिलाफ भरी हुंकार

जागरण संवाददाता, पठानकोट : लंबित मांगों को लागू न करने के रोष स्वरुप मंगलवार को पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो के कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मार्च निकाला। पंजाब रोडवेज कर्मचारी दल के बैनर तले धरने के बाद कर्मचारियों ने कैप्टन सरकार का पुतला फूंका व पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। कर्मचारी दल के जिला प्रधान अपरेंद्र ¨सह की अध्यक्षता में प्रदर्शन में यूनियन के पूर्व प्रधान सेवानिवृत बलजीत ¨सह, गोपाल ¨सह, मंगत ¨सह विशेष तौर पर उपस्थित हुए। पदाधिकारियों ने पंजाब सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के साथ-साथ मुलाजिमों का डेढ़ वर्ष में ही सरकार से मोह भंग हो गया है। सरकार ने कर्मचारियों के साथ जितने वादे किए थे उन्हें पूरा करना तो दूर की बात उल्टा धक्केशाही की जा रही है। इसकी मिसाल अध्यापकों के वेतन घटाकर रेगुलर करना। रोडवेज में भी सरकार ने ठेके की भर्ती को बंद कर कांट्रेक्ट पर भर्ती करने की बात कही थी परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसी रोष स्वरुप प्रदेश के सभी 18 डिपो में सरकार के पुतले फूंक विरोध जताया।

18 से शुरू होंगी गेट रैलियां

प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि मांगों पर गौर न किया तो 18 अक्टूबर को सभी डिपो में कर्मचारी गेट रैलियां कर रोष व्यक्त करेंगे। इसके बाद 1 व 2 नवंबर को दो घंटे के लिए रोष धरने दिए जाएंगे और 20 नवंबर को परिवहन मंत्री के हलका दीनानगर में रोष रैली की जाएगी। मौके पर सरप्रस्त प्रीतम ¨सह, सचिव गगनदीप ¨सह बाजवा, गुरप्रीत ¨सह, कश्मीर ¨सह, हरप्रीत ¨सह, सचिन शर्मा, दलजीत ¨सह, प्रदीप देवगण, बलवीर ¨सह, भजन ¨सह आदि मौजूद थे।

मुख्य मांगे

-आउटसोर्सिग स्टाफ की जगह पक्के स्टाफ की भर्ती।

-20-12-2016 के सुप्रीम कोर्ट का फैसला जैसे कि 7300 परमिट कैंसिल करना।

-बराबर काम, बराबर वेतन को लागू करना।

-पुरानी पेंशन स्कीम लागू करना।

-एक्सीडेंट केस में 304 धारा लगाने की बजाय 304 ए लगाना।

-2407 बसों के फ्लीट को पूरा किया जाए।

-पे कमिश्न की रिपोर्ट लागू की जाए।

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