शिक्षा प्रोवाइडरों की नाके पर लगाई ड्यूटियां
कम वेतन पर काम कर रहे शिक्षा प्रोवाइडर कोविड-19 में ड्यूटियां लगाए जाने से परेशान हैं। प्रशासन ने नाकों पर तैनात करने का फैसला लिया है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : कम वेतन पर काम कर रहे शिक्षा प्रोवाइडर कोविड-19 में ड्यूटियां लगाए जाने से परेशान हैं। प्रशासन ने नाकों पर तैनात करने का फैसला लिया है। इस बात से खफा शिक्षा प्रोवाइडर बुधवार को जिलाधीश संयम अग्रवाल से मिलेंगे। डीसी को आ रही परेशानियों के बारे में बताएंगे और मांगपत्र भी सौंपेंगे। यूनियन के प्रधान मुनीश शर्मा ने कहा कि यदि शिक्षा प्रोवाइडरों की ड्यूटियां तत्काल नहीं काटी गई तो वह संघर्ष का राह अपना लेंगे।
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सुविधा देने की बजाए किया जा रहा धक्का
यूनियन के पदाधिकारियों का आरोप है कि सरकार की ओर से शिक्षा प्रोवाइडरों को 10 हजार के करीब वेतन दिया जाता है। इसके अतिरिक्त उन्हें किसी भी तरह का मेडिकल भत्ता, मंहगाई भत्ता और न ही उनका सरकार की और से कोई बीमा किया गया है। ऐसे में उनकी ड्यूटियां रद करने की बजाए, नियमित अध्यापकों के साथ ड्यूटियां लगाई गई थी। यूनियन का आरोप है कि नियमित अध्यापक अपनी ड्यूटियां कटा कर जबरन उनकी ड्यूटियां लगवा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से उनके साथ धक्का है। जिला प्रधान मुनीश शर्मा ने कहा कि यूनियन पदाधिकारियों का एक शिष्टमंडल बुधवार को जिलाधीश संयम अग्रवाल से मिलने जाएगा। शिक्षा प्रोवाइडरों की समस्त समस्याओं से अवगत करवाया जाएगा।