कठुआ मामलाः आरोपितों ने कोर्ट में दी शिकायत, बोले- गुरदासपुर जेल में न ब्रेकफास्ट मिला, न लंच

कठुआ मामले के सातों आरोपितों ने कोर्ट में शिकायत दी कि गुरदासपुर जेल में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 12 Jul 2018 09:07 PM (IST) Updated:Fri, 13 Jul 2018 08:57 PM (IST)
कठुआ मामलाः आरोपितों ने कोर्ट में दी शिकायत, बोले- गुरदासपुर जेल में न ब्रेकफास्ट मिला, न लंच
कठुआ मामलाः आरोपितों ने कोर्ट में दी शिकायत, बोले- गुरदासपुर जेल में न ब्रेकफास्ट मिला, न लंच

जेएनएन, पठानकोट। बहुचर्चित कठुआ मामले के सातों आरोपितों ने कोर्ट में शिकायत दी कि गुरदासपुर जेल में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। आरोपितों के वकील एडवोकेट एके साहनी ने कोर्ट को बताया कि सातों आरोपितों को गुरदासपुर जेल प्रशासन ने सुबह का नाश्ता नहीं दिया। वहीं उन्हें बिना लंच करवाए ही कोर्ट लाया गया।

उन्होंने बताया कि फिलहाल उनकी ओर से इस मामले की लिखित याचिका दायर नहीं की गई है। एक-दो दिन में इसमें सुधार नहीं किया गया तो वह कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका लगाएंगे। बचाव पक्ष की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने पब्लिक प्रोसिक्यूटर को हिदायतें दी कि वह दोपहर के भोजन का प्रबंध करें। कोर्ट ने बचाव पक्ष के वकील मास्टर मोहन लाल को गुरदासपुर जेल जाकर मामले की जांच करने के निर्देश दिए।

आरोपितों ने कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई कि गुरदासपुर जेल में उनके साथ सही बर्ताव नहीं किया जा रहा। उन्हें दो कमरों में तीन तथा चार की संख्या में रखा गया है। एक ही बाथरूम होने के कारण उन्हें मुश्किलें आ रही हैं। आरोपितों को हथकड़ी लगा कर कोर्ट लाने के मामले पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए एडवोकेट साहनी ने कहा कि फिलहाल आरोपितों की ओर से इस मामले को उनके ध्यान में नहीं लाया गया है। शुक्रवार को वह इस पर खास तौर पर निगाह रखेंगे। यदि गुरदासपुर पुलिस आरोपितों को हथकड़ी लगाकर कोर्ट लाई तो इस मामले को कोर्ट के ध्यान में लाया जाएगा। इसके साथ ही आज हीरानगर के थाना प्रभारी के रूप में आठवें गवाह से भी क्रास एग्जामिनेशन की गई। अब शुक्रवार को नौवें गवाह के बयान होंगे।

टर्मिनेट किए गए पुलिस कर्मियों के मामले को करेंगे चैलेंज : साहनी

बचाव पक्ष के वकील एके साहनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से इस मामले में पुलिस कर्मचारी आनंद दत्ता तथा तिलक राज को बिना नोटिस दिए नौकरी से टर्मिनेट कर दिया गया। वहीं इस मामले से जुड़े डीएसपी, एसपी तथा एसएसपी रैंक के अधिकारियों को बचाने के लिए उन्हें जांच अफसर लगा दिया गया।

साहनी ने कहा कि इस मामले की तफ्तीश करवाने की जिम्मेदारी पुलिस के आला अफसरों की थी, जबकि उनकी ओर से अपनी जॉब बचाने के चक्कर में अन्य कर्मचारियों की नौकरी ले ली गई। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारी आनंद दत्ता तथा तिलक राज की नौकरी बहाली के लिए आगामी तीन-चार दिन में वह चैलेंज करेंगे।

चार आरोपितों से 50 बंडल बीड़ी बरामद

वहीं, चार आरोपितों से बुधवार शाम को गुरदासपुर की केंद्रीय जेल में बीड़ी के 50 बंडल बरामद हुए। जेल सुपङ्क्षरटेंडेंट ने आरोपितों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। जेल सुपरिंटेंडेंट करणजीत सिंह संधू ने बताया कि जब बुधवार शाम को इन आरोपितों को गुरदासपुर जेल लाया गया तो सुरक्षा नियमों के तहत जेल के भीतर प्रवेश से पहले इनकी तलाशी ली गई। इस दौरान चार आरोपितों से बीड़ी के पचास बंडल बरामद हुए।

उन्होंने बताया कि यह जेल के सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है तथा ऐसे मामले में आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जा सकती है। उन्होंने बताया कि यह सभी आरोपित पहली बार बड़ी जेल में तब्दील हुए हैं। ऐसे में उन्हें जेल के कायदे कानूनों का ज्यादा पता नहीं है, इसलिए नरमी बरती गई है तथा सिर्फ चेतावनी दी गई है।

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