आठ साल बाद भी वार्ड-46 के लोग वासी शहरी सुविधाओं से वंचित, खुले बिखरा कचरा करता है यहां आने वालों का स्वागत

लोगों का कहना है कि आए दिन निगम की ओर से उन्हें मोबाइल पर मैसेज भेज कर प्रापर्टी टैक्स व पानी का बिल जमा करवाने का संदेश भेज दिया जाता है लेकिन सुविधाओं के नाम पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा जिस करण लोगों में निगम की कार्यप्रणाली को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Jun 2022 07:27 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jun 2022 07:27 AM (IST)
आठ साल बाद भी वार्ड-46 के लोग वासी शहरी सुविधाओं से वंचित, खुले बिखरा कचरा करता है यहां आने वालों का स्वागत
आठ साल बाद भी वार्ड-46 के लोग वासी शहरी सुविधाओं से वंचित, खुले बिखरा कचरा करता है यहां आने वालों का स्वागत

जागरण संवाददाता, पठानकोट: आठ साल पहले निगम का हिस्सा बनने के बाद लोगों को बड़ी उम्मीदें थी कि उन्हे शहरी सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। वार्डवासी आज भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जहां तक वार्ड में अभी तक डंपर प्लेस की सुविधा न होने के कारण कई मोहल्लों में कूड़ा खुले में बिखरा रहता है जो आने वालों का स्वागत करता है। ऐसा भी नहीं है कि समस्या निगम अधिकारियों के ध्यान में न हो। सब कुछ जानते हुए भी निगम अधिकारी केवल आश्वासन देकर अपना समय पास कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आए दिन निगम की ओर से उन्हें मोबाइल पर मैसेज भेज कर प्रापर्टी टैक्स व पानी का बिल जमा करवाने का संदेश भेज दिया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा जिस करण लोगों में निगम की कार्यप्रणाली को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है।

वार्डवासियों का कहना है कि पिछले साल निगम द्वारा वार्ड में स्ट्रीट लाइटें लगाने का काम शुरु किया था, पर कुछेक मोहल्लों में ही स्ट्रीट लाइटें लग पाई। अधिकतर गलियों में अभी भी रात के वक्त अंधेरा छाया रहता है। इस कारण लोगों को अंधेरे में चलते वक्त भारी परेशानियां पेश आ रही हैं। वार्डवासियों का कहना है कि अगर सुविधाएं ही नहीं देनी तो फिर टैक्स किस बात का। टैक्स लेने से पहले निगम उन्हें मुलभूत सुविधाएं भी प्रदान करे फिर जाकर उनसे टैक्स मांगे। निगम का हिस्सा बनने पर सिर्फ टैक्स का बोझ बढ़ा

वार्डवासी तरसेम लाल, सतनाम सिंह व साहिल शर्मा ने कहा कि आठ साल पहले भरोली कलां गांव होता था। सरकार ने पठानकोट को निगम बनाने के लिए करीब 16 गांवों को इसमें मिलाया। निगम का हिस्सा बनने के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें शहर की भांति बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बढ़ा है तो सिर्फ टैक्सों का बोझ। आठ साल हो चुके हैं परंतु अभी तक निगम ने वार्ड में कूड़ा डंप करने के लिए कोई डंपर नहीं दिया। लोग बोले- टैक्स चाहिए तो सुविधाएं भी दें

स्कूल मोहल्ला के पास दो साल पहले एक पुराना डंपर लगाया गया था। डंपर की हालत इतनी खराब थी कि वह छह-सात महीनों में खुद कंडम हो गया। अब वह कहां है किसी को कोई पता नहीं। मजबूरन लोग खुले में कूड़ा फेंक रहे हैं। सात सौ के करीब घरों के कचरे के लिए एक भी डंपर नहीं है। वार्डवासियों ने डीसी कम निगम कमिश्नर से मांग करते हुए कहा कि पेश आ रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए वार्ड में डंपरों सहित स्ट्रीट लाइट के काम को पूरा करवा सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि लोग यदि टैक्स भर रहे हैं तो निगम का भी फर्ज बनता है कि वह लोगों को सुविधाएं मुहैया करवाए।

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