विद्यार्थियों ने दिया पंजाबी मां -बोली को बचाने का संदेश

नन्हें उस्ताद कार्यक्रम में सरकारी प्राथमिक स्मार्ट स्कूल भूर के छात्र वंश ने पंजाबी मां-बोली को बचाने पर दिए गए संदेश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 07:26 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 10:54 PM (IST)
विद्यार्थियों ने दिया पंजाबी मां -बोली को बचाने का संदेश
विद्यार्थियों ने दिया पंजाबी मां -बोली को बचाने का संदेश

संवाद सहयोगी, पठानकोट : नन्हें उस्ताद कार्यक्रम में सरकारी प्राथमिक स्मार्ट स्कूल भूर के छात्र वंश ने पंजाबी मां-बोली को बचाने पर दिए गए संदेश दिया। शानदार ढंग से दी गई इस प्रस्तुति के बाद ग्रामीण व अध्यापकगण वंश के घर पहुंचते रहे। उनकी ओर से वंश को हौसला अफजाही की गई। वंश को इस लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए उसकी अध्यापिका जीवन ज्योति व अन्य स्टाफ सदस्यों का बड़ा योगदान था। वंश की माता मीनू व पिता अंचल कुमार ने बताया कि उनकी ओर से अपने बेटे को प्राइवेट स्कूल से हटाकर सरकारी स्कूल में दाखिल करवाने का फैसला बिलकुल सही साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि उनका बेटा सरकारी स्कूल में न होता तो शायद उसे यह मौका ही नहीं मिल पाता। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों का आनलाइन शिक्षा के साथ नन्हें उस्ताद प्रोग्राम शुरू करने के लिए शिक्षा विभाग का धन्यवाद किया। वंश की अध्यापिका जीवन ज्योति ने कहा कि इस बच्चे में कई क्वालिटियां है। वह पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गुणों से भी भरपूर है। कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बावजूद भी वंश ने शूटिग को पूरा किया है। गांव भूर के पूर्व सरपंच रजिदर सिंह का कहना है कि शिक्षा विभाग की तरफ से हर रविवार को दूरदर्शन पर चलाए जाते नन्हें उस्ताद प्रोग्राम वह अक्सर अपने बच्चों के साथ बैठ कर देखते हैं। ये बच्चों की प्रतिभा में निखार लाने के लिए बढि़या प्लेटफार्म है। जिला शिक्षा अफसर एलीमेंट्री बलदेव राज ने कहा कि वंश के अभिभावकों, स्कूल स्टाफ व समूह पढो पंजाब, पढ़ाओं पंजाब टीम को इस उपलब्धि का श्रेय जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चे अब शिक्षा के साथ-साथ मनोरंजक गतिविधियों में भी भाग ले रहे हैं।

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