फालोअप- मामला..अस्पताल में बधाई का खेल

सिविल अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के बाद बधाई को लेकर अस्पताल की एक स्टाफ नर्स व आशा वर्कर के बीच सार्वजनिक हुए तनाव के बाद प्रवासी मजदूर महिला आशा वर्कर के हक में आई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 06:50 PM (IST) Updated:Wed, 06 Feb 2019 06:50 PM (IST)
फालोअप- मामला..अस्पताल में बधाई का खेल
फालोअप- मामला..अस्पताल में बधाई का खेल

संवाद सहयोगी, पठानकोट : सिविल अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के बाद बधाई को लेकर अस्पताल की एक स्टाफ नर्स व आशा वर्कर के बीच सार्वजनिक हुए तनाव के बाद प्रवासी मजदूर महिला आशा वर्कर के हक में आई है। इस मामले की जांच की अगली कड़ी में दैनिक जागरण की टीम दिसंबर में डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल आई गर्भवती महिला रानी के निवास स्थान पर पहुंची। यहां मौजूद महिला व पति व जेठानी ने आशा वर्कर का पक्ष रखते हुए अस्पताल की स्टाफ नर्स पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि दिसंबर-2018 में उन्हें डिलीवरी के लिए आशा वर्कर सिविल अस्पताल लेकर गई थी। जब वह डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल के लेबर रूम में पहुंची तो यहां तैनात नर्स जिसका वह नाम तो नही जानती परन्तु सामने आए तो बता सकती है,उसने डिलीवरी के 2100 रूपए मांगे। इतने तो नही परन्तु थोड़े जरूर दे देंगे,तब ऐसा कहा था उन्हें। उन्होंने आरोप लगाया कि डिलीवरी के दौरान न जाने क्यों गुस्साई उक्त नर्स ने उनकी टांग मरोड़ी तथा उन्हें कैंची मार दी। जिसका निशान उनके शरीर पर अभी भी मौजूद है।

उन्होंने माना कि डिलीवरी के बाद 500 रुपये नर्स को देने के लिए आशा वर्कर को दिए थे। तब उनकी जेठानी भी मौके पर मौजूद थी। उन्होंने बताया कि 500 रुपये को लेकर आशा वर्कर व नर्स के बीच झगड़ा हुआ था। पीड़ित महिला की जेठानी ने भी आरोप लगाया कि नर्स बार-बार कह रही थी कि डिलीवरी का सारा सामान उन्होंने खुद से इस्तेमाल किया है, कोई भी सामान यहां तक कि कॉटन भी उन्हें बाहर से मंगवाने नहीं दिया। फिर इतने पैसे क्यों दे रहे हो। इस बात को लेकर नर्स और आशा वर्कर के बीच हुई तीखी नोकझोक को देख कर तब सब परिवार वाले बहुत डर गए थे। उन्हें अस्पताल से तीन दिन बाद छुट्टी होनी थी, वह अगले दिन ही डर के मारे छु़ट्टी कर घर लौट गए थे।

स्टाफ नर्स ने की है आशा वर्कर के खिलाफ शिकायत

बता दें कि अस्पताल की एक स्टॉफ नर्स ने कम्युनिटी हेल्थ सेंटर बधानी की एक आशा वर्कर के खिलाफ लिखित शिकायत सिविल सर्जन को की है। इस शिकायत के आधार पर सिविल सर्जन नैना सलाथिया ने दोनों स्टाफ नर्स व आशा वर्कर को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है। वहीं दूसरी ओर सिविल अस्पताल प्रबंधन नर्स के पक्ष में खड़ा है। प्रबंधन का दावा है कि उनकी कोई भी स्टॉफ नर्स किसी गर्भवती महिला से बधाई के रूप में पैसे नही ऐंठती है।

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