25 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला सहित दो विरूद्ध मामला दर्ज

एक फर्म के साथ 25 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला सहित दो के विरुद्ध थाना सुजानपुर की पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Nov 2020 10:51 PM (IST) Updated:Tue, 03 Nov 2020 10:51 PM (IST)
25 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला सहित दो विरूद्ध मामला दर्ज
25 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला सहित दो विरूद्ध मामला दर्ज

संवाद सहयोगी, पठानकोट : एक फर्म के साथ 25 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला सहित दो के विरुद्ध थाना सुजानपुर की पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पीड़ित युवक की पहचान विशाल जैन निवासी गोविद नगर अंबाला कैंट के रूप में हुई है। पुलिस को दर्ज करवाई गई शिकायत में पीड़ित युवक विशाल जैन ने कहा कि विशाल हांडा व नताशा हांडा निवासी प्रोफेसर कालोनी ढांगू रोड पठानकोट ने एक एचजीआइ एसोसिट्स नाम की फर्म बनाई हुई है। यह कंपनी बड़ी कंपनियों से स्केनिग का काम लेकर आगे छोटी कंपनियों को देकर अपना कमिशन रखती है। विशाल जैन का उक्त लोगों के साथ 12 करोड़ पेज को स्कैन करने का सौदा तय हुआ था। इसके बाद उक्त महिला व व्यक्ति ने पांच लाख रुपये आनलाइन विशाल से ट्रांसफर करवा लिए व 20 लाख रुपये नकद लिए। बिजनेस में भी उक्त दोनों ने पीड़ित का लाखों रुपये लगाकर नुकसान करवाया है और न ही उसके पैसे वापस किए। ऐसा कर उक्त दोनों ने विशाल के साथ 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने पीड़ित विशाल के बयानों के आधार पर विशाल हांडा व नताशा हांडा के विरुद्ध थाना सुजानपुर में मामला दर्ज कर लिया है। एएसआइ संजीव कुमार ने कहा कि हालांकि आरोपित दोनो आरोपित पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिन्हें पुलिस जल्द काबू कर विशाल को बनता न्याय दिलाएगी।

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क्या कहना है एसएसटी फर्म के दूसरे पार्टनर का

अजय गुप्ता निवासी अंबाला कैंट ने बताया कि विशाल जैन, प्रतीक और वह खुद एसएसटी फर्म के पार्टनर है। एचजीआइ एसोसिएटस नाम की फर्म के पार्टनर विशाल हांडा व नताशा हांडा उनके पास 12 करोड़ पेज स्कैनिग का प्रपोजल लेकर आए और कहने लगे कि आप हमारी फर्म के साथ टाईअप कर करोड़ों रुपये का लाभ उठा सकते है। इसके बाद एसएसटी फर्म के तीनों पार्टनरों ने उनके इस प्रपोजल को स्वीकार कर लिया। लाखों रुपये इंफ्रास्टक्चर पर खर्च किया गया। बाद में उन्होंने वहां पर अपने कारीगर लगाकर लाखों का उक्त फर्म का पेज स्कैनिग का काम भी किया। जब एसएसटी फर्म के पार्टनरों ने उनकी फर्म बारे जानकारी हासिल की तो वे जालसाज निकले और उनकी कोई फर्म नहीं थी। ऐसा कर उक्त महिला व व्यक्ति ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।

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