क्वारंटाइन सेंटर का हाल, न पानी व गंदगी की भरमार

क्वारंटाइन सेंटरों में रखे लोगों को पूरी सुविधा देने की बात बेशक सरकार व जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है परंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 12:08 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 12:08 AM (IST)
क्वारंटाइन सेंटर का हाल, न पानी व गंदगी की भरमार
क्वारंटाइन सेंटर का हाल, न पानी व गंदगी की भरमार

नरेश कुमार हैप्पी, बलाचौर : क्वारंटाइन सेंटरों में रखे लोगों को पूरी सुविधा देने की बात बेशक सरकार व जिला प्रशासन की ओर से की जा रही है परंतु जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। रैलमाजारा व केसी कॉलेज नवांशहर में विदेश व दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन किया जाता है पर रैलमाजरा के क्वारंटाइन सेंटर में पीने व नहाने के लिए पानी की कमी है वहीं वहां गंदगी फैली हुई है कि स्वस्थ व्यक्ति भी सेंटर में कुछ दिन रह जाए तो बीमार हो जाए।

गांव पैली के रहने वाले सुखविदर सिंह दुबई से बीते शनिवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उतरे थे। आसरों में रयात कॉलेज में बनाए क्वारंटाइन सेंटर में पंजाब रोडवेज की बस में लाए गए थे। उसने बताया कि जिस बस में उन्हें लाया गया था, उसने लगभग एक किलोमीटर पीछे उतार दिया और कड़ाके की धूप में अपना 15 से 20 किलो सामान उठाकर क्वारंटाइन सेंटर में पहुंचे। जब क्वारंटाइन सेंटर के बाथरूम और अन्य जगह का हाल देखा तो हैरान रह गए। क्योंकि बाथरूम में पानी नहीं था और चारों और कचरा भी इधर-उधर बिखरा पड़ा था। उन्होंने बताया कि दुबई में तो टेस्ट करवाकर ठीक-ठाक यहां पहुंच गए, परंतु यहां उन्हें इन हालातों में बीमारी जरूर लग जाएगी। बाथरूम जाने के लिए भी भटकना पड़ रहा

सुखविदर व क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे कुछ लोगों ने बताया कि बीते दिनों यहां से कुछ लोग पॉजिटिव आए थे, वहां पर मौजूद लोगों को उनके कमरों को सैनिटाइज करने के लिए कहा गया। बार-बार कहने के बाद ही कमरों को सैनिटाइज किया गया। यहां पर समय न तो पानी और न खाने का सामान पहुंच रहा है। लोग बाथरूम प्रयोग करने के लिए कभी ऊपरी मंजिल तो कभी नीचे मंजिल में जा रहे हैं। सुखविदर ने बताया कि अभी भी लगभग 105 लोग यहां पर क्वारंटाइन किए गए हैं जोकि वहां मौजूद अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं, परंतु उन्हें उच्चाधिकारियों से बातचीत करने ता कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। पानी के पाइप किए जा रहे ठीक : एसएमओ

एसएमओ काठगढ़ डॉ. गुरिदरजीत सिंह ने पानी की समस्या को माना और कहा कि वहां पर जो पक्के काम करने वाले हैं, वे कोरोना के कारण नहीं आ रहे थे। पानी की समस्या का हल करवाया जा रहा है और खाना कई बार ज्यादा लोगों का होने के कारण पैक करते लेट हो जाता है। परंतु साफ-सफाई और अन्य काम बिल्कुल सही ढंग से करके किसी को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। आदमी ज्यादा होने के कारण खाने में होती है देरी

एसडीएम बलाचौर जसवीर सिंह ने कहा कि पानी की सप्लाई में कुछ परेशानी आ रही थी, जिसे ठीक करवा दिया गया है। जबकि खाना कभी-कभार इस कारण लेट हो जाता है कि कभी एकदम से आदमी ज्यादा आने के कारण पैकिग में समय लग जाता है और लगभग सौ कर्मचारी क्वारंटाइन सेंटर में देखभाल के लिए लगाए गए हैं। हर तरह से आने जाने वालों का ध्यान रखा जा रहा है।

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