बैठाया, समझाया और समझौता करा मिलवाया गले

संवाद सूत्र, नवांशहर कानूनी मामलों में उलझे दोनों पक्षों को मध्यस्थता केंद्र में एक साथ बैठा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 06:31 PM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 06:31 PM (IST)
बैठाया, समझाया और समझौता करा मिलवाया गले
बैठाया, समझाया और समझौता करा मिलवाया गले

संवाद सूत्र, नवांशहर

कानूनी मामलों में उलझे दोनों पक्षों को मध्यस्थता केंद्र में एक साथ बैठाकर विवादों का निपटारा किया जा रहा है। अब तक जिले में 80 मामलों को त्वरित ढंग से निपटारा किया जा चुका है।

जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के सचिव कम सीजेएम प¨रदर ¨सह ने बताया कि मध्यस्थता केंद्र जिला कोर्ट कांप्लेक्स में एएस ग्रेवाल जिला व सेशन जज कम चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के नेतृत्व में चल रहा है। इसमें विभिन्न अदालतों में लंबित पड़े केस, जिनमें राजीनामा होने की संभावना हो, वह इस केंद्र में भेजे जाते हैं। मध्यस्थता अधिकारी नियमों तथा गुप्त तौर पर दोनों पक्षों से उनके विवादों के बारे में जानकारी प्राप्त करता है। इसके बाद विवाद के निपटारे के लिए योग्य वातावरण तैयार करता है। इसके बाद पार्टियों की संयुक्त बैठक करवाई जाती है। कई बार जरूरत के अनुसार अलग-अलग बात भी करता है। जब दोनों पक्ष समझौते के लिए सहमत हो जाते हैं तो इसे लिखित रूप में लाया जाता है, जिसमें समझौते पर सभी पक्षों से संबंधित हस्ताक्षर करते हैं। उनकी और से इस प्रक्रिया के तहत लगभग 80 केसों का निपटारा मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से करवाये जा चुके हैं।

इसका फायदा है कि दोनों पक्षों की आपसी रजामंदी से फैसले होंते हैं इससे दोनों पक्षों का विवाद खत्म हो जाता है। इससे समय और पैसे की बचत होती है। उन्होंने बताया कि गांव तलवंडी के तीन लोगों के बीच पिछले कई महीनों से प्रनोट व इकरारनामे संबंधी केस चल रहा था, जिसे जज युक्ति गोयल सीजेएम की ओर से दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करने भेजा गया। जब दोनों पक्ष आमने-सामने आए तो दोनों पक्ष राजीनामे के लिए तैयार हो गए और दोनों पक्षों का समझौता करवाया दिया गया।

इस केंद्र द्वारा पारिवारिक झगड़े व अन्य केसों को इस प्रक्रिया के जरिये निपटाया जा सकता है। लोग इसका फायदा ले सकते हैं।

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