गो¨बद मेरो है गोपाल मेरो है.. पर झूमे श्रद्धालु
संवाद सहयोगी, काठगढ़ धार्मिक स्थान डेरा कुल्लां वाले पीर ब्रह्मलीन बाबा सरवन दास महाराज के
संवाद सहयोगी, काठगढ़
धार्मिक स्थान डेरा कुल्लां वाले पीर ब्रह्मलीन बाबा सरवन दास महाराज के स्थान पर गद्दी नशीन स्वामी दयाल दास महाराज की देखरेख में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया गया। संत महापुरुषों की मंडली ने भजन गो¨बद मेरो है गोपाल मेरो है.. पर सारा पंडाल झूम उठा।
इस दौरान भगवान श्री कृष्ण की सुंदर झांकी पेश की गई। श्री कृष्ण जन्म पर वातावरण आनंदमय हो गया। भगवान की आरती की गई। जन्म के समय खुशी के भजन गाए गए। माता यशोद्धा को बधाइयां दी गई। संगत को संबोधित करते हुए स्वामी दयाल दास ने कहा कि भगवान कृष्ण ने हेशा जुल्म के खिलाफ ही मोर्चा लगाया और गरीबों की सहायता की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण को प्यार और भक्ति भाव से पाया जा सकता है। प्रेम करने वाला ही कृष्ण भक्त हो सकता है। इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण के जन्म का ²श्य व सुंदर झांकी ने काठगढ़ को देव नगरी बना दिया। इस अवसर पर प्रसाद बांटे गए, केक काटा गया, धार्मिक खुशी का वातावरण बना रहा। रात्रि 12 बजे के बाद आरती के बाद भोग डाला गया। इस अवसर पर सरपंच जो¨गदर पाल दत्त, ¨प्रसिपल प्रेम प्रकाश शर्मा, सुभाष शर्मा, दयाल शर्मा, केवल कृष्ण, रा¨जदर शर्मा, गुलशन जोशी, विष्णु प्रसाद, राम कुमार रामा, जसपाल भाटिया नंबरदार, अवतार ¨सह बाजवा नंबरदार, अश्वनी पंच, राजेश जोशी, विशाल आनंद, अंकित वर्मा, ¨रकू वर्मा, गो¨वद शर्मा, सुरेश कुमार, जीवन कपिला आदि उपस्थित थे।