अवसर न मिलने से युवाओं पर पड़ रहा विपरीत प्रभाव
बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग नौकरियों की तलाश में इधर-उधर भटक रहा है। योग्यता होने पर भी उनको इनकी शिक्षा के अनुसार रोजगार नहीं मिल पाता।
वासदेव परदेसी, नवांशहर :
बेरोजगारी के कारण युवा वर्ग नौकरियों की तलाश में इधर-उधर भटक रहा है। योग्यता होने पर भी उनको इनकी शिक्षा के अनुसार रोजगार नहीं मिल पाता। बेरोजगारी के कई कारण हैं। जैसे उच्च शिक्षा के करण छोटी नौकरियां न करने से संकोच करना, मशीनीकरण आदि हैं। बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार और प्राइवेट उद्योग के मालिकों को ठोस कद उठाना होगा। बेरोजगारी की लाइन पहले ही लंबी है, जो लगातार बढ़ती जा रही है। देखने में यह बाते भी सामने आ रही है कि बेरोजगार व्यक्ति असामाजिक कार्यों में भी शामिल होते हैं। भूखा व्यक्ति चोरी, लूटपाट आदि जैसे घटनाओं को भी अंजाम देता है। बेरोजगारी की समस्या पूरे देश की समस्या है। बेरोजगारी मनुष्य को न चाहते हुए भी स्वार्थी बना देती है। जिससे कई प्रकार की समस्याओं का जन्म पर जन्म होता चला जाता है। बेरोजगारी किसी भी देश के लिए बहुत बड़ा कलंक है। इसलिए इस समस्या से निपटना जरूरी है।
रोजगार सबसे बड़ी चुनौती
शिक्षित बेरोजगार रेशम सिंह का कहना है कि आज के समय में युवाओं के सामने रोजगार बड़ी चुनौती है। सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के प्रति युवाओं में उत्साह तो है पर अवसर न मिल पाने के कारण उनकी प्रतिभा व्यर्थ हो जाती है। इससे युवाओं की मानसिकता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
मशीनीकरण भी जिम्मेदार
युवा संदीप कुमार का कहना है कि आज के समय में उद्योगों में मशीनीकरण हो रहा है। इससे गुणवत्ता में वृद्धि हो रही है। एक मशीन कई श्रमिकों का कार्य अकेले कर सकती है। जिससे केवल एक व्यक्ति ही मशीन का संचालन करके पूरा कार्य कर सकता है। इससे कई व्यक्ति बेरोजगार हो जाते हैं।
कई समस्याओं को जन्म दे रही है बेरोजगारी
दीपक कुमार का कहना है कि वर्तमान में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। जिसने युवाओं को चिता में डाल रखा है। इस समस्या के समाधान के लिए सरकारें कई रास्ते निकाल रही हैं, लेकिन इसका कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है। युवा वर्ग पढ़ाई करके नौकरियों की तलाश में भटक रहे हैं। बेरोजगारी कई तरह की समस्याओं को भी जन्म देती है।