डेंगू के छह नए संदिग्ध मिले, पांच डीसमसी रेफर

जागरण संवाददाता, नवांशहर शहर में डेंगू का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इन दिनों शहर के न

By Edited By: Publish:Wed, 26 Aug 2015 09:00 PM (IST) Updated:Wed, 26 Aug 2015 09:00 PM (IST)
डेंगू के छह नए संदिग्ध मिले, पांच डीसमसी रेफर

जागरण संवाददाता, नवांशहर

शहर में डेंगू का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इन दिनों शहर के निजी व सिविल अस्पताल में डेंगू के संदिग्ध व कंफर्म मरीजों का आना जाना लगा हुआ है।

मंगलवार को तीन मरीजों के बाद बुधवार को एक नया मरीज डेंगू वार्ड में दाखिल हुआ। सेहत विभाग द्वारा डेंगू पर नियंत्रण पाने का दावा कहीं नजर नहीं आ रहा है। इसमें झहर में जागरुकता मुहिम और फीवर सर्वे जैसे काम युद्धस्तर पर हो रहे है का दावा किया गया है। शहर में डेंगू से त्रस्त लोगों में सबसे ज्यादा गो¨वदगढ़ और गुजराल नगर के लोगों की है। बीते सोमवार को शहर के ¨प्रस इंक्लेव में रहने वाली एक 52 साल की शिक्षिका की जालंधर के एक निजी अस्पताल में मौत हो जाने के बाद तो शहर में डेंगू को लेकर अब तरह तरह की आशंकाओं का बाजार भी सरगर्म होने लगा है।

बुधवार को निजी अस्पतालों से डीएमसी लुधियाना, पीजीआी चंडीगढ़ तथा जालंधर जाने वालों में शहर के समीपवर्ती गांव भगौरा में रहने वाली एक महिला जोकि टीचर है, वह डेंगू की संदिग्ध मरीज है, पता चला है कि उसके प्लेटलेट्स की संख्या घटकर मात्र 14 हजार रह गई है, वह डीएमसी लुधियाना में दाखिल है। इसी तरह से मोहल्ला गो¨बदगढ़ निवासी उमेश चोपड़ा, गुजराल नगर में रहने वाला एक युवक के अलावा रमन ज्योति जोकि हाल ही में एक बच्चे की मां बनी है, उसे भी डेंगू पीड़ित पाया गया। उसे इलाज के लिए परिजनों ने डीएमसी लुधियाना में भर्ती करवाया है। समीपवर्ती गांव पल्ली उच्ची के लखबीर ¨सह तथा गुजराल नगर के द¨वदर कुमार भी इलाज के लिए डीएमसी में भर्ती हुए है। सिविल अस्पताल में विक्की नाम का एक युवक भर्ती हुआ है, जिसको डेंगू की संदिग्ध बीमारी से ग्रस्त माना जा रहा है।

जिले व शहर में बुधवार को क्या स्थिति रही है, कितने कंफर्म और कितने संदिग्ध मरीज घटे बढ़े है, इस बारे में सरकारी सूत्रों ने बताने से इनकार कर दिया। गैर सरकारी सूत्रों के अनुसार शहर के निजी अस्पतालों में बड़ी संख्या में डेंगू के संदिग्ध मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं। इस वार्ड में भर्ती शहर से गांव गांव भीण में रहने वाले पिता पुत्रों ने बताया कि इलाज का फायदा हो रहा है, और प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ रही है। जबकि ये लोग बीते शुक्रवार को इलाज के लिए चंडीगढ़ पीजीआई गए थे, लेकिन वहां से इन लोगों को वापस कर दिया गया कि अगर 20 हजार तक सेल होते तो भर्ती कर लेते।

इनसेट- डा. गुरपाल कटारिया (एमडी)

डेंगू का संदेह हो तो इलाज के लिए सिविल अस्पताल में आएं

सिविल अस्पताल के मेडिकल स्पेशलिस्ट डा. गुरपाल कटारिया ने शहर के लोगों से अपील की है कि लोगों को चाहिए कि डेंगू, मलेरिया व अन्य बीमारियों का इलाज सिविल अस्पताल में ही करवाए। यहां पर इलाज का सारा प्रबंध व सुविधा मौजूद है। इसके साथ ही डेंगू संबंधी सारे टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है, जोकि फ्री है।

इनसेट- शिअद पार्षद परम ¨सह डिप्टी सीएम के संज्ञान में लाएंगे शहर में डेंगू फैलने का मामला

शहर के गो¨बदगढ़ मोहल्ला के चार लोग डेंगू पीड़ित हो चुके है, इनमें से पहली मरीज थी दर्शना जोकि इन दिनों डीएमसी में है। इसी तरह गौरव व उमेश चोपड़ा। इस मोहल्ले के लोगों ने कहा कि अगर साफ सफाई और फा¨गग का ख्याल नही रखा गया तो वे लोग विरोध स्वरूप सीएमओ व डीसी दफ्तर का घेराव करेंगे। इसके साथ ही नगर परिषद प्रधान ललित मोहन पाठक का भी घेराव करेंगे। पार्षद परम खालसा ने कहा कि डेंगू की बीमारी से शहर के बहुत से लोग ग्रस्त है, लेकिन जो संजीदगी सेहत विभाग और नगर परिषद को दिखानी चाहिए कही नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे में वह जल्दी ही डीसी से मिलेंगे और मामले को उप मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे।

ठोस कदम नहीं उठाए तो सेहत विभाग का करेंगे घेराव

बुधवार को सिविल अस्पताल सेना सोसायटी के प्रधान बलदेवराज माही ने मेल द्वारा सीएम, डिप्टी सीएम, ¨प्रसिपल सेक्रेटरी हेल्थ विन्नी महाजन, निदेशक डा. हुसन लाल, हेल्थ मिनिस्टर सुरजीत कुमार ज्याणी, डीसी व सीएमओ आदि को शडर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप पर ¨चता जतायी है। उन्होंने कहा कि अगर सेहत विभाग ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए तो दो-तीन दिनों में हेल्थ, जिला व नगर परिषद प्रशासन का घेराव करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय हेल्थ प्रशासन के उन दावों की भी धज्जियां उड़ाई है, जिसमें जागरुकता, फीवर सर्वे तथा डेंगू की निदान संबंधी अन्य दावों की बात कर रहे है। माही ने स्पष्ट कहा कि जो भी दावे किए गए है, उसकी जानकारी के लिए वह आरटीआई डालेंगे।

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