कौंसिल दफ्तर पर लटके रहते हैं ताले
सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की हाजिरी यकीनी बनाने के लिए बड़े अधिकारियों की और से समय समय पर दफ्तरों की चै¨कग की गई है। इस दौरान कई कर्मचारी गैर हाजिर पाए जाने के बाद विभागी कारवाई भी अमल में लाई गई है। लेकिन नगर कांउसिल दफ्तर सोमवार को हाल देखकर ऐसा लगता है की नगर कांउसिल कर्मचारियों को किसी भी अधिकारी का डर भय या फिर विभागी कारवाई का कोई डर नहीं है। जिस कारण ही नगर कांउसिल दफ्तर में
संदीप मलूजा, मलोट (श्री मुक्तसर साहिब)
सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की हाजिरी यकीनी बनाने के लिए बड़े अधिकारियों की ओर से समय समय पर दफ्तरों की चे¨कग की जाती है। इस दौरान कई कर्मचारी गैर हाजिर पाए जाने के बाद विभागीय कारवाई भी अमल में लाई गई है। नगर कौंसिल दफ्तर का सोमवार को हाल देखकर ऐसा लगता है की कर्मचारियों को किसी भी अधिकारी का डर भय या फिर विभागीय कारवाई का कोई डर नहीं है। जिस कारण ही नगर कौंसिल दफ्तर में कर्मचारी अपने अपने कमरों के बाहर ताला लगाकर गायब दिखे। कमरों के बाहर ताला लगा होने के कारण अपना कार्य करवाने वाले लोगों को परेशानी हुई वहीं पर लोग भी पूछे रहे की साहिब अपने कर्मचारियों ने छुट्टी ली है या फिर गायब हैं।
सोमवार की दोपहर को नगर कौंसिल दफ्तर में देखने पर पता चला कि दफ्तर स्थिर कमरों के बाहर ताले लटक रहे थे व इस दौरान नगर कौंसिल के सिर्फ दो कर्मचारी ही अपनी डयूटी देते हुए दिखे। कमरा नंबर तीन, सात, 12, 14 15 पर ताले लटक रहे थे। इन कमरों में सेनेटरी इंस्पेक्टर, रस्विट विभाग, अकउंटेंट ब्रांच, एएमई आफिस, स्ट्रीट लाइटों का कंपलेट दफ्तर, जन्म मरण का प्रमाण पत्र के अलावा अन्य कार्य होते है। यदि कर्मचारियों को छुट्टी पर जाना ही था तो कुछ कर्मचारी तो दफ्तर में बैठते इतने कर्मचारियों की छुट्टी कैसे व किस अधिकारी ने मंजूर की। जरूरत है की प्रशासन दफ्तरों में सरकारी कर्मचारियों की हाजिरी यकीनी बनाने के लिए समय समय पर चै¨कग करे। इनसेट
मामले की करवाएंगे जांच : एसडीएम
एसडीएम गोपाल ¨सह के जब यह मामला ध्यान में लाया गया तो उन्होंने कहा कि वह कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं है फिर भी वह मामले की जांच करवाते हैं।