77 हजार 116 मीट्रिक टन धान को लिफ्टिग का इंतजार

जिले भर की मंडियों में अब धान की आवक तेज होती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:10 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:10 PM (IST)
77 हजार 116 मीट्रिक टन धान को लिफ्टिग का इंतजार
77 हजार 116 मीट्रिक टन धान को लिफ्टिग का इंतजार

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब

जिले भर की मंडियों में अब धान की आवक तेज होती जा रही है। हालांकि अभी तक कुल अनुमानित आवक के मुकाबले की 40 फीसद धान ही मंडियों में पहुंचा है। जिले में इस बार करीब सवा नौ लाख मीट्रिक टन धान की आवक होने की उम्मीद है। जिसमें से अभी तक केवल करीब 3.55 लाख मीट्रिक टन धान की आवक ही हुई। बेशक कुछ केंद्रों को छोड़कर जिले भर में धान की खरीद भी तेजी के साथ चल रही है, लेकिन जितनी तेजी से खरीद हो रही है, उसके मुकाबले में लिफ्टिग की गति धीमी है। इसके चलते मंडियों में धान की बोरियों के अंबार लगने शुरू हो गए हैं। मलोट के अधीन मंडी किल्लियांवाली में तो जिले में सबसे अधिक लिफ्टिग की समस्या बनी हुई है। जहां मंडी में चारों और बोरियों के स्टैग नजर आ रहे हैं।

जिले में मंगलवार की शाम तक करीब 3.55 लाख मीट्रिक टन धान की आवक हुई थी जिसमें से 3.41 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। इसमें से 2.64 लाख मीट्रिक टन धान की लिफ्टिग हुई है। जबकि 77,116 मीट्रिक टन धान मंडियों में लिफ्टिग के इंतजार में पड़ा है।

जिले में श्री मुक्तसर साहिब मार्केट कमेटी के अधीन विभिन्न केंद्रों पर कुल 23,275 मीट्रिक टन धान मंडियों में लिफ्टिग के इंतजार में पड़ा है। मलोट मार्केट कमेटी के अधीन 26,328 मीट्रिक टन, गिद्दड़बाहा मार्केट कमेटी के अधीन 17,717 मीट्रिक टन तथा मंडी बरीवाला मार्केट कमेटी के अधीन 9796 मीट्रिक टन धान की अभी तक लिफ्टिग नहीं हुई है। इसमें खरीद एजेंसी पनग्रेन का 24552 मीट्रिक टन, एफसीआइ का 1242 मीट्रिक टन, मार्कफेड का 25027 मीट्रिक टन, पनसप का 19898 मीट्रिक टन तथा वेयर हाउस का 6397 मीट्रिक टन धान मंडियों में लिफ्टिग के लिए पड़ा है। मंडियों में लिफ्टिग की समस्या के कारण जहां किसानों को धान उतारने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, वहीं खराब चल रहे मौसम की वजह से माल के भीगने का भी भय बना रहता है। इनसेट

72 घंटे के अंदर की जाती है लिफ्टिंग : गौरव गर्ग जिला मंडी अधिकरी गौरव गर्ग ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि मंडी किल्लियांवाली को छोड़कर और कहीं पर कोई लिफ्टिग की समस्या है। खरीदे गए माल को 72 घंटे के अंदर उठाना होता है। इसलिए इस समय अवधि के दौरान माल को उठा ही लिया जाता है।

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