धान सुखाने से मजदूरों का इनकार, मंडी में किया प्रदर्शन

अनाज मंडी में स्थित मार्केट समिति दफ्तर में गला मंडी मजदूर यूनियन ने प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 10:16 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 10:16 PM (IST)
धान सुखाने से मजदूरों का इनकार, मंडी में किया प्रदर्शन
धान सुखाने से मजदूरों का इनकार, मंडी में किया प्रदर्शन

संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब

अनाज मंडी में स्थित मार्केट समिति दफ्तर में गला मंडी मजदूर यूनियन की तरफ से प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी मजदूरों ने बताया कि मंडी में किसान गीले धान ला हैं जिस को सुखाने में मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। जबकि मजदूरों को धान सुखाने के मजदूरी भी नहीं मिलती।

गला मंडी मजदूर यूनियन के प्रधान मोनू कुमार ने बताया किसान यूनियन और मार्केट समिति के सेक्रेटरी के साथ करीब दस दिन पहले यूनियन की बैठक हुई थी जिसमें समिति अधिकारियों ने विश्वास दिलाया था कि 19 प्रतिशत से कम नमी वाला धान की फसल ही मंडी में उतारी जाएगी। परंतु अब 25 से 28 प्रतिशत नमी वाले धान की फसल भी मंडी में उतारा जा रहा है और मार्केट समिति अधिकारी आंखे बंद करके बैठे हैं। इसके रोष के तौर पर शुक्रवार शाम को धरना लगाया गया। करीब तीन घंटे चले धरना प्रदर्शन बाद में आढ़ती यूनियन और सेक्रेटरी बलकार सिंह के साथ यूनियन की मीटिग हुई। इसमें आढ़तियों ने मजदूर धान की ढेरी को नहीं खिलारेंगे तथा सिर्फ पंखा लगागा। यदि कोई लोड से ज्यादा काम करता है तो उसको अदायगी की जिम्मेदारी आढ़ती की होगी। जिसके बाद में अशवासन मिलने पर मजदूरों ने धरना उठा लिया। ---------------- गैर शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल न हों अध्यापक : डीटीएफ

संवाद सूत्र, सादिक

डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट फरीदकोट के जिला अध्यक्ष सुखविदर सिंह सुखी सादिक, गगन पाहवा जिला सचिव ने एक प्रेस बयान में कहा कि पंजाब सरकार शिक्षकों को शिक्षा से हटाने की कोशिश कर रही है। शिक्षकों पर पहले से ही अधिक गैर शैक्षणिक गैर शैक्षणिक कार्य लगाया जा रहा है जबकि शिक्षकों का कार्य सिर्फ शिक्षा देना है। पंजाब सरकार के अधिकारियों ने हाल ही में पराली जलाने वाले किसानों की निगरानी के लिए शिक्षकों नियुक्त कर दिया है। शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्यों के खिलाफ पहले से ही लगातार संघर्ष कर रहे हैं। शिक्षकों पर बीएलओ ड्यूटी, चुनाव ड्यूटी, सर्वे व अन्य गैर शैक्षणिक कार्य थोपे जा रहे हैं जिसका शिक्षक संघों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। सरकार शिक्षकों और किसानों के बीच मतभेद पैदा कर रही है। शिक्षक को उसी गांव में काम करना है। प्रदीप सिंह सुरिदर पुरी गुरजिन्दर दोहक कुलदीप सिंह घनिया लवकरण सिंह हरदीप सिंह अवतार सिंह मनीष कुमार हरविदर सिंह दिलबाग सिंह राजिदर संघ रविद्रपाल सिंह रिम्पी आदि इस अवसर पर उपस्थित थे।

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