स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म, दोबारा पनपा गंदगी का साम्राज्य
जसप्रीत ¨सह मेहरा, श्री मुक्तसर साहिब स्वच्छ भारत मुहिम के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म होते ह
जसप्रीत ¨सह मेहरा, श्री मुक्तसर साहिब
स्वच्छ भारत मुहिम के अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म होते ही शहर में एक बार फिर सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है। यदि अकेले गोनियाना रोड की ही बात करें तो घास मंडी चौक से लेकर गोनियाना बाइपास चौक तक करीब आधा किलोमीटर का रास्ता ही सफाई व्यस्था की पोल को खोल रहा है। क्योंकि इस रास्ते पर हर समय जहां सड़कों पर कूड़ा कर्कट के साथ ही पॉलीथिन के लिफाफे ही दिखाई देते है। वही अधिकतर हिस्से में गंदे पानी की निकासी के लिए बनाई गई नालियां भी हर समय इन पॉलीथिन से ही भरी रहती हैं। यह अलग बात है कि जिला प्रशासन की हिदायतों पर नगर कौंसिल ने पॉलीथिन की बिक्री व स्टोर पर रोक लगा रखी है। परंतु गोनियाना रोड पर बिखरे इन लिफाफों को देख सहजा ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह रोक महज कागजों में ही कहीं सख्ती के साथ चल रही है।
खाली प्लाटों में भी पसरी गंदगी
हालांकि इस गंदगी के लिए संबंधित विभाग को ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। गंदगी फैलने में लोगों का भी भरपूर योगदान है। क्योंकि लोग और दुकानदार भी घरों व दुकानों के कूडा कर्कट को सड़कों व खाली प्लाटों पर फेंक स्वच्छ भारत मुहिम में अपना योगदान डाल रहे है। खाली प्लाटों पर लगे गंदगी के ढेर भी मुंह मार रहे लावारिस पशु लोगों के लिए परेशानी बन रहे है। यहां हर समय पशुओं का जमघट लगा रहता है। लेकिन यह पशु जब आपस में लड़ते है तो यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है।
पहले सुधरे थे डंपिंग स्थानों के हालात
बीते दिनों की बात करें तो स्वच्छ भारत मुहिम के सर्वेक्षण के लिए टीम पहुंचने से पहले ही कौंसिल द्वारा शहर में युद्ध स्तर पर सफाई मुहिम चलाते हुए विभिन्न स्थानों पर लगे डं¨पग स्थानों की हालत तो सुधार दिया गया था। परंतु अब हालात फिर वहीं बन गए है। स्वच्छ भारत मुहिम के पहले सर्वेक्षण के परिणाम में हमारे शहर का नाम देश के सबसे दस गंदे शहरों में शामिल कर दिया गया था। बावजूद इसके नगर कौंसिल सफाई मुहिम में कोई सराहनीय कदम नहीं उठा पाई है। जिस कारण शहर निवासियों में रोष पाया जा रहा है। उधर नगर कौंसिल के ईओ बिपिन कुमार ने फोन उठाकर बात सुनने के बाद पहले की तरह यह बोलकर फोन काट दिया कि वह तो बैठक में है, बाद में बात करेंगे।