डेंगू के विरुद्ध स्वस्थ्य विभाग सक्रिय, 15 टीमों का गठन

प्री-मानसून की बरसात के कुछ दिनों बाद ही डेंगू का लारवा पैदा होने लगता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2022 04:44 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2022 04:44 PM (IST)
डेंगू के विरुद्ध स्वस्थ्य विभाग सक्रिय, 15 टीमों का गठन
डेंगू के विरुद्ध स्वस्थ्य विभाग सक्रिय, 15 टीमों का गठन

सुभाष चंद्र, श्री मुक्तसर साहिब

प्री-मानसून की बरसात के कुछ दिनों बाद ही डेंगू का लारवा पैदा होने लगता है और लोग डेंगू मच्छरों की चपेट में आकर बीमार होने लगते हैं। प्री-मानसून आ गई है और ऐसे में डेंगू होने और इसे फैलने से रोकने के लिए जिले का स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया। इसके लिए विभाग की ओर से खास तौर पर श्री मुक्तसर साहिब, मलोट और गिद्दड़बाहा शहरों के लिए 15 टीमों का गठन कर दिया गया है।

स्वास्थ्य विभाग की इन टीमों की ओर से इस संबंध में गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। इसमें जहां विभिन्न टीमें गली-मोहल्लों में निकलकर डेंगू का लारवा चेक करने में जुट गई हैं, वहीं इससे बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाने लगा है। यह टीमें जहां पर भी पानी खड़ा है वहां पर मच्छर को पैदा होने से रोकने के लिए दवा का छिड़काव करने लगी हैं। मच्छर का लारवा चेक किया जाने लगा है। इसके ही साथ ही घरों में और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को इकट्ठा कर उन्हें जागरूक किए जाने लगा है कि वे अपने आसपास सफाई का पूरा ख्याल रखें। कहीं पर भी पानी जमा न होने दें। अपने घरों में अपने कूलरों की सफाई रखें। फ्रिजों की ट्रे में पानी इकट्ठा न होने दें। घर की छतों पर अकसर रखे हुए होते टायरों में पानी न भरने दें। ऐसी किसी भी जगह पर पानी न खड़ा होने दें, जहां पर मच्छर का लारवा पैदा हो सके। इसके साथ ही घरों में बुखार से पीड़ित मरीजों का सर्वे भी किया जा रहा है। इस दौरान मरीजों के टेस्ट किए जा रहे है कि कहीं वे डेंगू से पीड़ित तो नहीं हैं।

गौरतलब है कि बीते वर्ष मुक्तसर जिला बहुत ही बुरी तरह से डेंगू की चपेट में आया था। शहरों के अलावा लगभग तमाम गांवों में भी लोग डेंगू की चपेट में आ गए थे। इस दौरान करीब 2200 लोग डेंगू की चपेट में आए थे और चार लोगों की मौत भी हो गई थी। इनसेट

स्पेशल डेंगू वार्ड तैयार : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डा. रंजू सिगला ने कहा कि डेंगू को लेकर सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। 15 टीमों का गठन कर दिया गया है। सभी सिविल अस्पतालों में लैबोरेटियां भी तैयार हैं। इसी तरह से ही अस्पतालों में स्पेशल डेंगू वार्ड भी तैयार कर लिए गए हैं। लेकिन जिले में मेडिकल स्पेशलिस्ट की दिक्कत है। एक भी मेडिकल स्पेशलिस्ट नहीं है। सरकार से मेडिकल स्पेशलिस्ट उपलब्ध कराने की लगातार मांग की जा रही है।

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