अवैध शराब को लेकर सरपंचों की पुलिस से ठनी, इंस्पेक्टर से मांगी थी महीनेदारी

मोगा थाना सदर के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर करमजीत सिंह धालीवाल के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कांग्रेस के पंच व सरपंचों के बीच पहुंचे डीएसपी (सिटी) बरजिदर सिंह भुल्लर ने साफ शब्दों में कहा कि थाना प्रभारी ने कुछ गलत किया तो कार्रवाई की जाएगी। मगर यह बहुत स्पष्ट है कि किसी को अवैध शराब नहीं बेचने दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 12:48 AM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 12:48 AM (IST)
अवैध शराब को लेकर सरपंचों की पुलिस से ठनी, इंस्पेक्टर से मांगी थी महीनेदारी
अवैध शराब को लेकर सरपंचों की पुलिस से ठनी, इंस्पेक्टर से मांगी थी महीनेदारी

सत्येन ओझा, मोगा

थाना सदर के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर करमजीत सिंह धालीवाल के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कांग्रेस के पंच व सरपंचों के बीच पहुंचे डीएसपी (सिटी) बरजिदर सिंह भुल्लर ने साफ शब्दों में कहा कि थाना प्रभारी ने कुछ गलत किया तो कार्रवाई की जाएगी। मगर, यह बहुत स्पष्ट है कि किसी को अवैध शराब नहीं बेचने दी जाएगी। डीएसपी (सिटी) की बात सुनते ही पुलिस द्वारा बुलाई गई उक्त सभा में खामोशी छा गई।

सूत्रों का कहना है कि इंस्पेक्टर से पहले एक बड़े नेता के नाम पर उसके समर्थक ने डेढ़ लाख रुपये महीने की डिमांड की थी, जिसे इंस्पेक्टर ने इनकार कर दिया था। उक्त समर्थक को सरपंचों का भी समर्थन है। वहीं पुलिस ने बाद में शराब बिक्री करने वालों पर शिकंजा कस दिया। सरपंचों के मान-सम्मान का सिर्फ बहाना था। एसएचओ के खिलाफ लड़ाई का उद्देश्य दूसरा था। यही वजह थी कि डीएसपी ने जब नशा तस्करी को लेकर इरादे जाहिर किया, तो किसी से कुछ बोलते नहीं बना।

बैठक में सरपंच जगजीत सिंह लाल, दविंदपरपाल सिंह शेर, केवल सिंह काहन सिंह वाला, सुखजिंदर सिंह डगरुू, लखवंत सिंह साफूवाला, बरिंदर सिंह चोटियों, सुरजीत सरमा चोटियों कलां, सिमरनजीत सिंह रिक्की (सभी सरपंच), जगसीर सिंह सीरा पंच, जसविंदर सिंह काला पंच, राजा सिंह, चमकौर सिंह नंबरदार आदि भी उपस्थित थे।

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यह है मामला

जहरीली शराब से पंजाब के विभिन्न जिलों में मौत के बाद हरकत में आई मोगा पुलिस ने अब शराब तस्करी पर शिकंजा कसा, तो अवैध शराब बिक्री के मामले में संदेह के घेरे में आए सत्ताधारी पार्टी के पंचों व सरपंचों ने थाना सदर के प्रभारी के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया। पता चला है कि थाना प्रभारी से एक बड़े सियासी नेता ने अपने करीबी के माध्यम से डेढ़ लाख रुपये की मांग की थी। थाना प्रभारी इसके लिए तैयार नहीं हुआ। इन दिनों नशा तस्करी पर सख्ती ज्यादा हो जाने के कारण भी थाना प्रभारी से नेता की नाराजगी ज्यादा बढ़ गई।

उधर, इस बारे में थाना प्रभारी करमजीत सिंह धालीवाल ने डेढ़ लाख रुपये महीने मांगे जाने से तो इनकार नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि मीडिया को सब पता है। मीडिया उनके मुंह से क्यों नाम उगलवाना चाहती है। यह तय है कि वह अवैध शराब के मामले में किसी भी प्रकार की छूट नहीं देंगे। किसी ने अवैध रूप से शराब बिक्री की, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

बता दें कि गांव मंगेवाला के सरपंच गुरविंदर सिंह, खुखराना के सरपंच गुरतेज सिंह, दौलतपुरा के सरपंच, दलवीर सिंह धीरा, ब्लॉक कांग्रेस नेता किंदर डगरू और अन्य ने गांव महेशरी में थाना सदर के प्रभारी के खिलाफ एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सरपंचों ने आरोप लगाया था कि उन्हें थानों में मान सम्मान नहीं मिला, थाना प्रभारी उन्हें इंतजार कराते हैं। वे इस मामले को थाना प्रभारी के संज्ञान में भी लेकर आए थे।

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शराब तस्करों की सूची तैयार

पुलिस सूत्रों के अनुसार एक्साइज विभाग व पुलिस ने हाल ही के दिनों में जहरीली शराब का मामला सामने आने के बाद जिले में 68 ऐसे शराब तस्करों की सूची तैयार की है, जिसमें कई गांव के सरपंच भी शामिल हैं। पुलिस ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हर रोज पुलिस बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद कर रही है, चार अगस्त को एक्साइज विभाग पर अवैध रूप से शराब बिब्री करने वालों ने हमला बोलकर बरामद की गई 200 लीटर लाहन के दो ड्रम एक्साइज विभाग से छीनकर उसे जमीन पर गिरा दिया था। पता चला है कि ये अभियान पंजाब भर में चल रहा है, जिसमें 22 जिलों के 550 से ज्यादा लोगों की सूची बनी हैं जो शराब तस्करी कर रहे हैं। इनमें मोगा के 68 लोग शामिल हैं।

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