सेहत कर्मचारी को हुआ डेंगू

गत दिनों हुई बारिश से जिले में हुए जलभराव से डेंगू पीड़ित मरीजों का आंकडा बढ़ने लगा है। वीरवार को सिविल अस्पताल से मिले आंकड़ों के अनुसार अस्पताल के लैब टेक्नीशियन के डेंगू होने से जिले में लगभग 10 लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 10:49 PM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 10:49 PM (IST)
सेहत कर्मचारी को हुआ डेंगू
सेहत कर्मचारी को हुआ डेंगू

संवाद सहयोगी, मोगा : गत दिनों हुई बारिश से जिले में हुए जलभराव से डेंगू पीड़ित मरीजों का आंकडा बढ़ने लगा है। वीरवार को सिविल अस्पताल से मिले आंकड़ों के अनुसार अस्पताल के लैब टेक्नीशियन के डेंगू होने से जिले में लगभग 10 लोगों को डेंगू होने की पुष्टि हो चुकी है । डेंगू पीड़ित मरीजों का सिविल अस्पताल प्रशासन द्वारा जहां उपचार शुरू कर दिया है, वहीं उनके घरों में जाकर स्प्रे व फॉगिग करवाई जा रही है।

जिला एपीडीमोलॉजिस्ट डॉ. मनीष अरोड़ा ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा मौसम के बदलाव के चलते सिविल अस्पताल में बुखार से पीड़ित आने वाले मरीजों के रक्त की जांच के दौरान अब तक 10 लोगों के डेंगू पीड़ित पाया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार व बुधवार को लिए गए रक्त के सैंपलों से डेंगू पीड़ित मरीजों के बढ़ने की आंशका हो रही है। वहीं सिविल अस्पताल के लैब में कार्यरत एलटी के रक्त की जांच के उपरांत उसे डेंगू से पीड़ित पाया गया है।

डॉक्टर मनीष अरोड़ा ने लोगों को अपील करते हुए कहा कि डेंगू से जहां खुद बचाव रखना होगा ,वही अपने आसपास साफ पानी का जमावड़ा नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है। डेंगू से बचाव करने के लिए दिन में पूरी बाजू के कपड़े पहनने समेत रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए।

डेंगू से बचने को पानी का न होने दें ठहराव

डॉक्टर मनीष ने कहा कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। ऐसे में हमें अपने आसपास खड़े साफ पानी में कीटनाशक या काला तेल डाल देना चाहिए। वहीं छत्तों पर पड़े कबाड में पानी न भरने दे। इसके अलावा फ्रिजों, कूलरों, गमलों आदि में ज्यादा दिनों तक पानी जमा न रहने दें।

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